गोवंश का टैग न कराने वाले पशुपालक सुविधाओं से होंगे वंचित
किसानों के लिए सिरदर्द बने बेसहारा गोवंश को लेकर सरकार संजीदा हो गई हैं। पशुपालक गोवंश को न छोड़े इसके लिए नया तरीका खोजा गया है। शासन के निर्देश पर पशुपालन विभाग की ओर से सभी गोवंश के कान में टैग लगाया जा रहा है।
जासं, कौशांबी : किसानों के लिए सिरदर्द बने बेसहारा गोवंश को लेकर सरकार संजीदा हो गई है। पशुपालक गोवंश को न छोड़े इसके लिए नया तरीका खोज लिया गया है। शासन के निर्देश पर पशुपालन विभाग की ओर से सभी गोवंश के कान में टैग लगाया जा रहा है। डीएम ने यह भी स्पष्ट किया है कि गोवंश को टैग न लगाने वाले पशुपालक जन कल्याणकारी सुविधाओं से वंचित होंगे।
बेसहारा गोवंश समेत अन्य पशुओं के आतंक से किसान लंबे समय से परेशान हैं। ये पशु फसल तो उजाड़ ही रहे हैं, रखवाली कर रहे किसानों पर हमला कर घायल कर रहे हैं। बेसहारा मवेशियों के संरक्षण के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। जिले में दो वृहद व 36 अस्थाई गौशाला बनाए हैं। गौशाला में 2500 से अधिक गोवंश संरक्षित किए गए हैं। इसके बाद भी बेसहारा मवेशियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। ये समस्या इस वजह से हो रही हैं कि पशुपालक लगातार गोवंश को छोड़ रहे हैं। गोवंश को छोड़ने वाले पशुपालकों पर अब जिला प्रशासन व पशुपालन विभाग प्रतिबंध लगाएगा। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. बीपी पाठक ने बताया कि पशुपालन विभाग की ओर से गोवंश को टैग लगाने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। पशुधन प्रसार अधिकारी की अगुवाई में 18 टीमें बनाई गई हैं। जो घर-घर पहुंचकर गोवंश के कान में टैग लगाया जा रहा है। जो पशुपालक अपने मवेशियों को टैग नहीं लगवाएंगे उन्हें पेंशन, राशन, आवास, शौचालय आदि सुविधाओं से वंचित किया जाएगा। टैग लगने के बाद यदि कोई मवेशी को छोड़ेगा तो उसे आसानी से पकड़ा जाएगा। साथ ही संबंधित पशुपालक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।