पोषाहार वितरण में धांधली पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का विरोध
महिला आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को समस्याओं को लेकर विरोध जताया। ब्लाक परिसर में बैठक कर अपनी समस्याओं पर मंथन के बाद कलेक्ट्रेट पहुंचकर अपर जिलाधिकारी न्यायिक को राज्यपाल व डीएम को संबंधित ज्ञापन देकर समस्या के निराकरण की मांग की।
जासं, कौशांबी : महिला आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को समस्याओं को लेकर विरोध जताया। ब्लाक परिसर में बैठक कर अपनी समस्याओं पर मंथन के बाद कलेक्ट्रेट पहुंचकर अपर जिलाधिकारी न्यायिक को राज्यपाल व डीएम को संबंधित ज्ञापन देकर समस्या के निराकरण की मांग की।
महिला आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ प्रदेश कार्यवाहक अध्यक्ष माया सिंह ने कहा कि प्रदेश में आंगनबाड़ी केंद्र से जो राशन वितरित होता था। अब स्वयं सहायता समूहों को वितरण के लिए दिया गया है। स्वयं सहायता समूह वितरण में लापरवाही करते हैं। उनकी इस लापरवाही का दंश आंगनबाड़ी को उठाना पड़ रहा है। कई स्थानों पर समूहों की गलती होती है, लेकिन लोग आंगनबाड़ी के खिलाफ शिकायत करते हैं। इसके कारण उनको परेशानी होती है। कहा कि कोरोना संक्रमण के दौरान पूरे प्रदेश में 100 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मौत हुई है, लेकिन किसी को कोरोना योद्धा के तहत आर्थिक सहायता नहीं दी गई। पीड़ित परिवार को सरकार की ओर से सहायता दिया जाए। सुषमा सिंह ने कहा कि आंगनबाड़ी को मोबाइल दिया जाना था, लेकिन अब तक विभाग की ओर से नहीं मिला जबकि आंगनबाड़ी पर लगातार फोन से काम करने के लिए जबरन मोबाइल खरीदने का दबाव बनाया जा रहा है। ऐसे में उनको कर्ज लेना पड़ रहा। जबकि आंगनबाड़ी को करीब एक साल से मानदेय का भुगतान नहीं किया गया। ऐसे में उनका समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। बैठक के बाद आंगनबाड़ी कार्यकर्ता संजना दीक्षित, अर्चना, प्रेमलता, मुन्नी देवी, सरोज देवी, कमला, कल्पना, शकुंतला देवी, सुनीता, रेनू प्रजापति आदि ने राज्यपाल व डीएम को संबोधित अलग-अलग ज्ञापन डीएम कार्यालय में सौंपा।