उपकरण की खरीदारी में हेराफेरी का आरोप
कोरोना महामारी से लोगों को बचाने के लिए शासनस्तर से ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। इलाज औ
कोरोना महामारी से लोगों को बचाने के लिए शासनस्तर से ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। इलाज और डॉक्टरों के बचाव के लिए उपकरण खरीदने के नाम पर स्वास्थ्य विभाग को लगभग दो करोड़ रुपये दिया गया है। आरोप है कि कोरोना से जंग में बचाव के लिए जो उपकरण खरीदे गए हैं। उसमें काफी हेराफेरी की गई है। पीपीई किट के स्थान पर कुछ डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों को रेनकोट दिया गया है। मामले की शिकायत मुख्यमंत्री समेत प्रशासनिक अधिकारियों से की गई है।
सिराथू तहसील क्षेत्र के मनीष कुमार ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डीएम मनीष कुमार वर्मा समेत स्वास्थ्य विभाग के कई उच्च अधिकारियों से शिकायत की है कि कौशांबी में स्वास्थ्य विभाग के आला अफसर अपने चहेती फर्म को टेंडर देकर कोरोना से बचाव के लिए खरीदे गए उपकरण में जमकर हेराफेरी की है। पीपीई किट के साथ कई रेनकोट खरीदा गया है उसे कुछ डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मियों को दिया है। इसके अलावा घटिया किस्म का मास्क देकर अधिक रुपये का भुगतान किया गया है। जनपद में कई चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मी रेनकोट पहने नजर आए। पीपीई किट के बजाय रेनकोट देने से डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मियों में नाराजगी हैं। इस संबंध में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. पीएन चतुर्वेदी का कहना है कि पीपी किट कई क्वालिटी की खरीदी गई है। रेनकोट की खरीदारी की बात गलत हैं।