खातों से लिक नहीं आधार, मनरेगा में हो रहा खेल
मनरेगा श्रमिकों के खातों को आधार से लिक कराकर दिहाड़ी का भुगतान किया जाए। इस संबंध
मनरेगा श्रमिकों के खातों को आधार से लिक कराकर दिहाड़ी का भुगतान किया जाए। इस संबंध में शासन ने दो साल पहले आदेश जारी किया था। लेकिन, जिले में अब तक इसे गंभीरता से नहीं लिया गया है। इसकी वजह से आधे से अधिक श्रमिकों के खाते पर आधार लिक नहीं है। ऐसे में फर्जी तरीके से भुगतान निकलने की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता। जिले में तमाम ऐसी ग्राम पंचायतें है जहां 10 से भी कम मनरेगा श्रमिकों के खाते आधार से लिक है।
जिले में एक लाख 32 हजार 282 मनरेगा श्रमिक हैं। इनमें से मात्र 62 हजार 376 के खाते ही आधार नंबर से जुड़े हैं। इन श्रमिकों का भुगतान अब भी खाते में सीधे हो रहा है। आधार बेस भुगतान न होने से गड़बड़ी की संभावना बनी रहती है। मनरेगा से करीब एक दर्जन विभाग काम करा रहे हैं। कुछ विभागों को छोड़ दे तो इनके काम धरातल पर नजर नहीं आ रहे। केवल कागजी कोरम पूरा किया जा रहा है। बीते दिनों लोक निर्माण विभाग में पटरी निर्माण में फर्जी श्रमिकों के नाम पर भुगतान की शिकायत तत्कालीन सीडीओ इंद्रसेन सिंह को मिली थी। इस पर उन्होंने अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर जांच का निर्देश दिया था। लेकिन, अब तक जांच रिपोर्ट सीडीओ कार्यालय नहीं आई। जबकि शिकायतकर्ता लगातार अधिकारियों से गड़बड़ी की बात कह रहा है।
कैसे होता है फर्जीवाड़ा
मनरेगा का भुगतान जिस खाते में आता है वह यदि आधार से लिक है तो असली श्रमिक की पहचान हो जाती है। लेकिन, यदि खाते में आधार लिक नहीं है तो उसके नाम से यदि किसी अन्य का खाता मनरेगा कर्मचारियों ने जोड़कर भुगतान कर दिया तो इसकी जानकारी श्रमिक को भी नहीं होगी कि किस विभाग में उसके जॉबकार्ड में काम कराते हुए भुगतान निकाल लिया गया।
क्या है जिले की स्थिति
जिले में मनरेगा श्रमिकों के खातों को लिक करने में बड़े पैमाने पर लापरवाही हुई है। स्थिति यह है कि कड़ा में 16, कौशांबी में 22, मंझनपुर में 15, मूरतगंज में 26, नेवादा में 23, सरसवां में 22 ग्राम पंचायतें ऐसी है। जहां के 10 से भी कम श्रमिकों के खाते में आधार लिक है। जबकि शासन करीब दो साल से आधार बेस सिस्टम से भुगतान को लेकर आदेश दे रहा है। यह है स्थिति
ब्लाक कुल जॉबकार्ड धारक आधार लिक जॉबकार्ड
चायल 5358 2690
कड़ा 14974 7993
कौशांबी 14100 5902
मंझनपुर 13865 8065
मूरतगंज 6317 4754
नेवादा 12538 7156
सरसवां 11965 2046
सिराथू 25242 11126 खातों को आधार से लिक कराने का काम किया जा रहा है। यदि किसी का आधार खाते से लिक नहीं है। तो उसका भुगतान रिजेक्ट हो जाता है। इस भुगतान प्रक्रिया में किसी प्रकार की गड़बड़ी की संभावना बेहद कम है।
- लक्ष्मण प्रसाद, प्रभारी उपायुक्त मनरेगा