220 प्रसूताओं को नहीं मिला मातृत्व लाभ
जासं, कौशांबी : प्रधानमंत्री सुरक्षित वंदना योजना के तहत प्रसूताओं को पांच हजार रुपये देने का प्रावधान है। इस योजना के तहत पीएचसी क्षेत्र चायल की महिलाओं ने ऑनलाइन आवेदन किया था। आरोप है कि अवैध वसूली के चक्कर में लाभार्थियों के अभिलेखों की फी¨डग सही तरीके से नहीं की गई। इसकी वजह से महिलाओं को योजना का लाभ नहीं मिल रहा है। लंबित भुगतान को लेकर नाराज पीएचसी प्रभारी ने बीसीपीएम को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
जासं, कौशांबी : प्रधानमंत्री सुरक्षित वंदना योजना के तहत प्रसूताओं को पांच हजार रुपये देने का प्रावधान है। इस योजना के तहत पीएचसी क्षेत्र चायल की महिलाओं ने ऑनलाइन आवेदन किया था। आरोप है कि अवैध वसूली के चक्कर में लाभार्थियों के अभिलेखों की फी¨डग सही तरीके से नहीं की गई। इसकी वजह से महिलाओं को योजना का लाभ नहीं मिल रहा है। लंबित भुगतान को लेकर नाराज पीएचसी प्रभारी ने बीसीपीएम को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
पहले व दूसरे बच्चे के जन्म पर महिलाओं को मिलने वाले प्रधानमंत्री सुरक्षित वंदना योजना में जिले की पीएचसी व सीएचसी में भारी खेल किया जा रहा है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चायल की 220 प्रसूताओं को प्रधानमंत्री सुरक्षित वंदना योजना का लाभ नहीं दिया है। योजना का लाभ पाने के लिए महिलाएं चायल पीएचसी का चक्कर काट रही हैं। शिकायत पर पीएचसी प्रभारी ने मामले की जांच कराई तो स्पष्ट हुआ। आनलाइन फी¨डग में ब्लाक सामुदायिक प्रक्रिया प्रबंध ने गड़बड़ी किया है। इसकी वजह से लाभार्थियों के खाते में धनराशि नहीं पहुंच रही है। पीएचसी प्रभारी ने डा. मुकतेश द्विवेदी ने बताया कि अवैध वसूली के चक्कर में फी¨डग गलत की गई। इस पर बीसीपीएम को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। साथ ही निर्देश भी दिया गया है। अभिलेखों की फी¨डग सही करा प्रसूताओं को योजना का लाभ दिया जाए। इसकी रिपोर्ट पीएचसी प्रभारी ने सीएमओ को दी है।