कंपिल में सरकारी ठेके से ही खरीदी थी युवकों ने शराब
कासगंज जागरण संवाददाता। जिस शराब के सेवन से सोरों के युवक की मौत हुई थी वो किसी खोखे से नहीं बल्कि फर्रुखाबाद के सरकारी ठेके से खरीदी गई थी। पीड़ितों को अस्पताल से छुट्टी मिलते ही सोरों इंस्पेक्टर उन्हें साथ लेकर कंपिल के हसरतपुर गांव पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों से पूछताछ की तो पीड़ितों से दुकान की पहचान कराई।
कासगंज: जागरण संवाददाता। जिस शराब के सेवन से सोरों के युवक की मौत हुई थी वो किसी खोखे से नहीं, बल्कि फर्रुखाबाद के सरकारी ठेके से खरीदी गई थी। पीड़ितों को अस्पताल से छुट्टी मिलते ही सोरों इंस्पेक्टर उन्हें साथ लेकर कंपिल के हसरतपुर गांव पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों से पूछताछ की तो पीड़ितों से दुकान की पहचान कराई।
बीते दिनों सोरों से एक बरात कंपिल के गांव हसरतपुर गई थी। यहां पर चार युवकों ने शराब पी। चारों के मुंह से झाग आने लगा और उल्टियां होने लगी। राजवीर की मौके पर मौत हो गई थी, जबकि तीन की तबियत बिगड़ने पर अलीगढ़ के अस्पताल में भर्ती कराया गया। अभी तक यह बताया जा रहा था कि शराब खोखे से खरीदी गई। पीड़ित यह नहीं बता पा रहे थे कि शराब सरकारी ठेके से खरीदी है या कहीं अन्य जगह से। सोमवार को अलीगढ़ में भर्ती गंगाचरण एवं रामलाल को छुट्टी मिल गई। मंगलवार दोपहर सोरों इंस्पेक्टर रिपुदमन सिंह पीड़ित गंगाचरण एवं दूल्हे के भाई सरवन को लेकर कंपिल पहुंचे। उन्होंने दुकान की पहचान कराई तो यह सरकारी ठेका निकला, जो गांव के बाहर ही है। पुलिस ने ठेके पर मौजूद सेल्समेन के अलावा ग्रामीणों के भी बयान दर्ज किए। इंस्पेक्टर ने कहा दुकान की पहचान हो गई, अभी जांच जारी है।
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डॉक्टर नहीं मिले, नहीं हो सके बयान :
इंस्पेक्टर रिपुदमन सिंह सोमवार शाम को चिकित्सकों के बयान लेने को अस्पताल भी पहुंचे, लेकिन वहां पर डॉक्टर नहीं मिले। सोमवार दोपहर में उपायुक्त आबकारी सुनील कुमार मिश्रा भी अस्पताल आए थे, उनकी भी चिकत्सको मुलाकात नहीं हो सकी। आबकारी विभाग डॉक्टर से इस संबंध में बयान लेना चाह रहा है।
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उमेश को अलीगढ़ किया रेफर :
जिला अस्पताल में भर्ती शराब पीने से बीमार हुए उमेश की हालत में सुधार न होने पर सोमवार को अलीगढ़ रेफर कर दिया गया।
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