चिता के विषय बने शादी समारोह
स्वजन तनाव के बीच विवाह की तैयारियां कर रहे हैं। कोरोना के नए नियम से उत्साह कम हो गया है।
कासगंज, संवाद सहयोगी। कोरोना संक्रमण में शादी समारोह का आयोजन चिता का विषय बन गया है। सरकारी की नई गाइडलाइन के बाद परिवार में जुटे लोगों का उत्साह कम हुआ है। वह तनाव के बीच तैयारियां कर रहे हैं। देवोत्थान पर्व के सहालगों को लेकर मैरिज होम और विवाह स्थलों पर पंडाल सजाए जाने का काम शुरू हो गया है।
दो दिन पूर्व प्रदेश सरकार ने कोरोना संक्रमण के चलते शादी समारोह के लिए नई गाइडलाइन जारी की है। इसमें अधिकतम 100 लोगों को ही आमंत्रित करने की संख्या तय की गई है। जिन परिवारों में देवोत्थान के दिन 25 नवंबर को विवाह समारोह हैं, वे रिश्तेदारों को कार्ड बांटकर उन्हें आमंत्रित कर चुके हैं। अब नई गाइडलाइन के साथ शादी समारोह का आयोजन करना उनके लिए चिता और समस्या का विषय बन गया है। जिस परिवारों में शादी है, उसका मुखिया तनाव में हैं। व्यवस्थाओं को व्यवस्थित करने के लिए तरह-तरह की योजना बना रहे हैं। कई आयोजक सुबह-शाम अलग-अलग रिश्तेदारों को आमंत्रित करने की सोच रहे हैं तो कुछ लोगों ने बाहर के रिश्तेदारों से नहीं आने का आग्रह करते हुए सरकार की गाइडलाइन का हवाला दिया है। देवोत्थान के सहालग के लिए सोमवार को तनाव के बीच लोगों ने तैयारियां की। हाल, मैरिज होम, धर्मशालाएं और गेस्ट हाउस में सजावट का काम शुरू हुआ है। बेटे का विवाह 11 दिसंबर का है। गाइडलाइन आने के बाद कार्यक्रम की रूपरेखा में परिवर्तन करेंगे। फिलहाल शादी कार्यक्रम को लेकर चिता बढ़ गई है।
लक्ष्मीकांत माहेश्वरी, व्यापारी 30 नवंबर को बेटे का विवाह होना है। सरकार की गाइडलाइन के अनुसार आयोजन करेंगे। पहले से ही बड़े आयोजन की तैयारियां नहीं की है, लेकिन समस्या तो है।
नीरज गुप्ता, शिक्षक