गंगा का जलस्तर घटा, कटान का खतरा बढ़ा
कासगंज, जागरण टीम : गंगा के पानी में आया उफान पिछले दिन दिनों से लगातार कम हो रहा है। पानी की लहरें सिमटने लगी हैं, लेकिन कटान के खतरे को लेकर तटवर्ती गांवों के लोग चिंतित हैं। चूंकि, पानी के उतार-चढ़ाव के दौरान ही गंगा का कटान ज्यादा होता रहा है। इसे लेकर सिंचाई विभाग के अधिकारी भी चिंतित नजर आ रहे हैं।
हरिद्वार, बिजनौर और नरौरा बैराज से गंगा नदी में पानी कभी कम तो कभी ज्यादा छोड़ा जा रहा है। तीन दिन पहले बैराजों पर पानी का दबाव काफी अधिक हो गया था। इससे एक साथ ज्यादा पानी गंगा नदी में छोड़ा गया। यह पानी तटवर्ती क्षेत्रों में फैल गया। कई गांवों की आबादी के पास तक पानी पहुंचा तो गांव घबरा, बरौना, लहरा के निचले क्षेत्र की आबादी में भी पानी घुस गया। कटान भी होता रहा। गंगा नदी उफान पर आई तो बाढ़ के साथ-साथ कटान का भी खतरा बढ़ा, लेकिन अब जब नदी का पानी सिमट रहा है तब कटान का खतरा और भी अधिक बढ़ रहा है, क्योंकि सिमटता हुआ पानी बालू और मिट्टी को साथ बहा ले जाता है। फिर धीमे-धीमे कटान तेज हो जाता है। इधर कटान को लेकर सिंचाई विभाग के अधिकारी भी चिंतित दिखाई दे रहे हैं। सिंचाई विभाग की टीमें तटवर्ती क्षेत्रों में कार्य कर रही हैं। गांव बरौना में मिहोला बांध के साथ ही घबरा, शाहबाजपुर में कटानरोधी काम चल रहा है। डीएम हर्षिता माथुर कटानरोधी कार्यों की पल-पल प्रगति की जानकारी ले रही हैं।
दलदल छोड़ गया पानी
पटियाली के गांव घबरा, बरौना व मिहोला और सोरों के गांव लहरा, डिगलेस नगर, दतलाना की आबादी के समीप तक पहुंचा पानी सिमट गया है, लेकिन दलदल की स्थिति बन गई है। जलस्तर में बीते 24 घंटे में 25 सेंटीमीटर की कमी आई है। अधिकारियों का मानना है कि जलस्तर में अभी और भी कमी आएगी, लेकिन कटान का खतरा तेजी से बढ़ रहा है।
स्वास्थ्य विभाग को रहना होगा अलर्ट
पानी कम हो रहा है तो दलदल की स्थिति बन रही है। गंगा का पानी और धूप से उमस बढ़ रही है। इससे तराई की सेहत को खतरा दिखाई दे रहा है। तटवर्ती क्षेत्र के लोगों को संक्रामक रोगों का डर सताने लगा है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट रहना होगा, हालांकि स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि विभाग नजर बनाए हुए है।
आंकड़ा की नजर में
59962 क्यूसेक पानी हरिद्वार बैराज से छोड़ा गया
41862 क्यूसेक पानी बिजनौर बैराज से छोड़ा गया
58395 क्यूसेक पानी नरौरा बैराज से छोड़ा गया
163.75 मीटर था गंगा नदी बुधवार को जलस्तर
163.50 मीटर गुरुवार को रहा गंगा का जलस्तर
वर्जन
गंगा में पानी कुछ कम हो गया है। बैराजों पर भी पानी का दबाव कम हुआ है। जलस्तर अभी और भी कम होगा, लेकिन कटान का खतरा बढ़ रहा है। कटानरोधी कार्यों में टीमें लगाई गई हैं।
-अरुण कुमार, अधिशासी अभियंता सिंचाई