पांचवे दिन भी नहीं घूम सका शुगर मिल का पहिया
कम नहीं हो रही किसान की दुश्वारियां, परेशान जिला गन्ना अधिकारी ने चीनी मिल का किया निरीक्षण
कासगंज, जागरण संवाददाता। पांच दिन से तकनीकी कमी के कारण बंद पड़ी चीनी मिल को दुरस्त करने के मिल प्रबंधन के सारे प्रयास विफल हो रहे हैं। मिल शुरू न होने से किसान परेशान हैं। मिल ने गन्ना की खरीद बंद कर दी है। शुक्रवार को जिला गन्ना अधिकारी ने न्यौली मिल का निरीक्षण किया और मिल चलाने को लेकर मिल प्रबंधन से कार्य योजना मांगी है।
बीते सोमवार को मिल के वॉयलर में तकनीकी खामी आ गई। जिससे मिल का पहिया रूक गया और पिराई बंद हो गई। पिराई बंद होते ही मिल प्रबंधन ने गन्ना की खरीद रोक दी। गन्ना की खरीद रूक जाने से किसानों की ¨चताए बढ़ गई। पहले से ही मिल परिसर और मिल के बाहर हजारों की संख्या में गन्ने के लदे वाहन खड़े हुए हैं। किसान पिराई शुरू होने का इंतजार कर रहा है, लेकिन पांच दिन बाद भी मिल सही करने में जुटे इंजीनियर सफल नहीं हो पा रहे हैं। गन्ना सोसाइटी और जिला प्रशासन मिल पर दबाव बना रहे हैं। जिलाधिकारी आरपी ¨सह के निर्देश पर शुक्रवार को जिला गन्ना अधिकारी ओमप्रकाश यादव ने न्यौली मिल का निरीक्षण किया और इंजीनियरों से बातचीत की है। साथ ही मिल प्रबंधन के साथ बातचीत कर गन्ना खरीद और मिल चलाने को लेकर आगामी कार्ययोजना मांगी है। गन्ना अधिकारी ने शीघ्र मिल सही कराने के निर्देश दिए हैं।
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गन्ना अधिकारी को निर्देश दिए गए हैं कि वह मिल से कार्ययोजना लेकर आख्या दें। जिससे किसानों को परेशानी का सामना न करना पड़े। योगेंद्र कुमार, एडीएम
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वास्तव में किसान परेशान हैं। गन्ने की खरीद बंद हुई है। मिल चलने पर ही गन्ना की खरीद होगी। किसानों का सारा गन्ना खरीदा जाएगा। मिल का निरीक्षण किया गया है। डीएम को रिपोर्ट दी जाएगी। ओमप्रकाश यादव, जिला गन्ना अधिकारी।
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अच्छे स्तर के इंजीनियरों से मिल के वॉयलर को दुरस्त कराया जा रहा है उम्मीद है कि जल्द कमी दूर हो जाएगी और मिल चलेगी। मिल अनुबंध के अनुसार गन्ना खरीदेगी। ओमकार ¨सह विहाल, प्रबंधक, शुगर मिल
लक्ष्य के सापेक्ष मात्र 25 फीसद की हुई है खरीद
गन्ना मिल और सोसाइटी के मध्य 32 लाख कुंतल गन्ना खरीदे जाने का अनुबंध हुआ था, लेकिन मिल अब तक मात्र सात लाख कुंतल ही गन्ना खरीद सकी है। अनुबंध के मुताबिक मिल को अभी 25 लाख कुंतल गन्ना खरीदना है।