सोरों में गूंजी तुलसी के सम्मान में मौन हुंकार
महिलाओं ने भी दिया आन्दोलन समर्थन राजापुर में तुलसी पीठ के विरोध में आंदोलन
सोरों, संवाद सूत्र। सोरों में तुलसी और तीर्थ के सम्मान के लिए मौन हुंकार गूंजी। आंदोलन स्थल पर कोई आवाज नहीं थी। महिलाओं और पुरुषों के मुंह पर सफेद पट्टी थी जो सरकार के उस फैसले के विरोध को बयां कर रही थी जो सोरों एवं आसपास के क्षेत्र में जोरों पर है। बगैर बोले आंदोलनकारियों ने स्पष्ट कर दिया कि तुलसी और तीर्थ के सम्मान में वह किसी भी हद तक जा सकते हैं।
राजापुर को तुलसी पीठ के नाम पर करोड़ों रुपये का बजट देने के बाद से सोरों में आंदोलन चल रहा है। धरना प्रदर्शन, जुलूस, पुतला दहन एवं ज्ञापन के बाद सोमवार को आंदोलनकारियों ने रचना मौली मंदिर बदरिया पर सांकेतिक मौन धरना प्रदर्शन कर विरोध प्रदर्शन किया। सोमवार को धरना प्रदर्शन में युवाओं के साथ में क्षेत्र के प्रमुखजनों और युवाओं के साथ महिलाओं ने भी बड़ी संख्या में प्रतिभाग किया। राजनैतिक दल एवं सामाजिक समर्थन पहले ही इस आंदोलन को समर्थन दे चुके हैं तो अब आम जनता भी इस आंदोलन से जुड़ रही है। मौन उपवास के दौरान किसी ने मुंह से एक आवाज नहीं निकाली, सरकार के इस फैसले से दुख चेहरे पर था तो दिलों में गुस्सा। मौन उपवास में अनीता उपाध्याय, महारानी गुप्ता, रजनी वाष्र्णेय, सविता गुप्ता, अभय राज मिश्रा, मनीष, मोहित चौबे, रामदास शर्मा, राम लखन, रामू महेरे, सीटू तिवारी, गंगा बल्लभ माथुर, श्याम दीक्षित, मुनीष, कपिल पंडित, मनोज उपाध्याय, श्याम, सचिन दुबे एवं भूपेश शर्मा उपस्थित थे।
जनता बड़े आंदोलन के लिए भी तैयार :आंदोलन के बाद में ओपी शर्मा ने कहा सोरों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। जनता बड़े आंदोलन के लिए भी तैयार है। हमारी खामोशी को सरकार कमजोरी नहीं समझे। तुलसी एवं तीर्थ के लिए हम बड़ी से बड़ी कुर्बानी देने के लिए तैयार हैं। सपा नेता महारानी गुप्ता ने कहा सरकार का यह फैसला सोरों के साथ उपेक्षा का भाव है।