दंगल में आखिरी मुकाबला बराबरी पर छूटा
कुश्ती दंगल परंपरागत खेल, प्रोत्साहन की दरकार रक्षाबंधन पर्व पर मोह
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कुश्ती दंगल परंपरागत खेल, प्रोत्साहन की दरकार
रक्षाबंधन पर्व पर मोहनपुरा में कुश्ती दंगल का हुआ आयोजन
जासं, कासगंज: कस्बा मोहनपुरा में रक्षाबंधन पर्व के उपलक्ष्य में कुश्ती दंगल का आयोजन किया गया। जिसमें विभिन्न प्रांतों के पहलवानों के बीच जोरआजमाइश हुई। अंतिम कुश्ती का जोरदार मुकाबला बराबरी पर छूटा। विजेता पहलवानों को नकद धनराशि और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद भाजपा जिला महामंत्री केपी ¨सह सोलंकी ने पहलवानों से हाथ मिलाकर दूसरे दिन कुश्ती दंगल का शुभारंभ कराया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि कुश्ती दंगल परंपरागत खेल है। यह विधा अब लुप्त होती जा रही है, इसको प्रोत्साहन की जरुरत है। दूसरे दिन मथुरा, बरेली, बदायूं, मुजफ्फरनगर, अलीगढ़, कासगंज, एटा, हाथरस के अलावा हरियाणा, पंजाब, दिल्ली के पहलवानों के बीच मुकाबल हुआ। दो दिनों में लगभग पांच दर्जन से अधिक कुश्तियां हुई। अंतिम कुश्ती 23 हजार रुपये की हुई। जिसमें हरियाणा और हाथरस के अगसौली के पहलवान के बीच जबरदस्त मुकाबला हुआ। बीस मिनट की कुश्ती में मुकाबला बराबर पर छूटा। आयोजकों द्वारा विजेता पहलवानों को नकद पुरस्कार के साथ स्मृति चिन्ह दिए गए। दंगल का आयोजन सोमेश्वर सेवा समिति के तत्वाधान में किया गया। दंगल का संचालन डॉ. नरेश नंदन ने किया। रैफरी की भूमिका गुड्डू, चंद्रपाल और केहरपाल पहलवान ने निभाई। इस मौके पर अध्यक्ष राजेंद्र ¨सह, अशोक कुमार, अमजद अली, संजीव कुमार, हरीशंकर गोला, असलम खां, रेवाशंकर, सोशल साहू, अंकित पुंढीर, प्रधान रामकुमार, जिला पंचायत देवेंद्र ¨सह, पूर्व ब्लाक प्रमुख रामनिवास, देवेंद्र गोला, राजेश पप्पू, अवनीश आदि कुश्ती दंगल में मौजूद रहे।