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जात न पात, भोले के गीतों की बरसात

कांवडिए पूरे जोश के साथ निकल रहे हैं। हर जात के कांवडिएं भोले के जयघोष के साथ जा रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Thu, 09 Aug 2018 05:58 PM (IST)Updated: Thu, 09 Aug 2018 10:14 PM (IST)
जात न पात, भोले के गीतों की बरसात
जात न पात, भोले के गीतों की बरसात

जासं, सोरों: लहरा घाट पर कांवड़ियों का सैलाब उमड़ता ही जा रहा है। कांवड़ियों में सभी वर्गों और जाति के लोग शामिल हैं। बिना भेदभाव के सभी एक साथ कदम बढ़ाकर शिवालयों की ओर बढ़ रहे हैं। कांवड़िये भजन और कीर्तन के माध्यम से शिव की भक्ति में लीन हो रहे है। वहीं शिविरों में कांवड़ियों की सेवा के लिए होड़ लग रही है। कांवड़ मेले से सैकड़ों परिवारों को रोजगार मिल रहा है।

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तीर्थनगरी में कांवड़ियों की संख्या हर रोज बढ़ रही है। राजस्थान, मध्यप्रदेश सहित दूरदराज इलाकों के कांवड़ियों का जत्था शिवालयों की ओर बढ़ रहा है। पैदल कांवड़ियों को दोपहर में गर्मी से काफी परेशानी भी हुई, लेकिन आस्था ने कदम न रुकने दिए। अब तो डाक कांवड़ भी शुरू हो गई है। डाक कांवड़ियों का जत्था नाचते गाते हुए आगे बढ़ रहा है। दोपहिया वाहनों और थ्री व्हीलर पर राष्ट्रीय ध्वज लगाकर कांवड़िए श्रद्धा के साथ देश भक्ति में भी डूब रहे हैं। सबसे बड़ी बात है कि श्रद्धा ने बेरोजगार हाथों को रोजगार दे दिया है। लगभग तीन सौ से अधिक लोग कावड़ियों की साज-सच्जा सामग्री और कांवड़ बनाने में जुटे हुए हैं। आधी आबादी भी इस काम में रोजगार पाती दिखाई दी है। सोरों के आसपास के कई गांव के ग्रामीण कांवड़ की अलग-अलग सामग्री तैयार कर रहे हैं और सोरों में इन वस्तुओं को छोटे कारोबारियों के हाथ बेचकर कर रोजगार पा रहे हैं। छोटे कारोबारी भी मजदूरों को रोजगार दे रहे हैं। मजदूर की सामग्री को सजा धजा कर कांवड़ मेले को आकर्षण का केंद्र बना रहे हैं। इन दिनों कासगंज से लेकर लहरा तक वातावरण पूरी तरह भक्तिमय बना हुआ है।

राहगीर भी बोल रहे बम भोले

ऐसा नहीं कि सिर्फ कांवड़िया ही भोले की भक्ति में लीन नजर आ रहे हो, बल्कि राह चलते लोग भी शिव की आराधना करते दिखाई दे रहे हैं। शिव भक्तों को देख राहगीर बरबस ही बोल उठते हैं भोले तेरी बम, बोले जा प्यारे बम भोले। इसके अलावा और भी तमाम जोशीले जयकारे लगाते नजर आते हैं।

आकर्षण का केंद्र बनी नोटों की कांवड़

राजस्थान के कांवड़िया का एक जत्था गोरहा के समीप छांव में रूका तो उनकी नोटों की कांवड़ आकर्षण का केंद्र बन गई। इसके अलावा महिला कांवड़ियों के जत्थे में शामिल 70 वर्षीय बुजुर्ग महिला को देखकर लोग दंग रह गए। महिला सोनवती ने बताया कि वह कई सालों से कांवड़ ला रही है।

अधिकारियों ने किया निरीक्षण

एसडीएम सुनील कुमार और सीओ गवेंद्र गौतम ने लहरा घाट से लेकर सोरों तक निरीक्षण कर व्यवस्था परखी है। दुकानदारों को आगाह किया है कि वह दुकानें हद में रखें और कांवड़ियों की राह आसान बनाए। किसी भी हाल में अतिक्रमण न करें।


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