कोहरे में काल न बन जाएं सड़कों के गड्ढे
कोहरे में गढ्डों के कारण हो रहे हादसे, सड़कों पर बढ़ रही हादसों की आशंका
कासगंज, जागरण संवाददाता। शहर की सड़कों का हाल बेहाल है। देहात के मार्ग में गड्डे ही गड्ढे हैं, जो आए दिन हादसों का सबब बनते हैं। ऐसे में कोहरे में इन सड़कों पर हादसों की आशंका बढ़ रही है।
प्रमुख एटा-कासगंज मार्ग फोरलेन हो रहा है, लेकिन इस मार्ग पर भी कुछ हिस्सा ऐसा है, जहां पर गड्ढे दिन के उजालों में वाहन चालकों के लिए परेशानी बन जाते है। ऐसे में कोहरे में यह छोटा सा हिस्सा बड़े हादसे का सबब बन सकता है। कोहरे में एक जगह पर वाहन के हिचकोले खाने पर उसे संभालना मुश्किल हो जाता है तो ¨सगल रूट होने के कारण हादसे का खतरा बढ़ जाता है। कुछ यही स्थिति अमांपुर सिढ़पुरा मार्ग की है। यहां पर तो आम दिनों में ही हादसे होते हैं, ऐसे में कोहरे में यहां सफर असुरक्षित रहेगा। कुछ सड़कें अभी हाल में बनी हैं, लेकिन उखड़ गई। इसके साथ में सिढ़पुरा, सोरों, सहावर, पटियाली, गंजडुंडवारा, कासगंज गढ़ी, सिढ़पुरा अमांपुर सहित दर्जनों मार्ग ऐसे हैं जो गड्ढों में तब्दील हो चुके हैं। जिला प्रहलादपुर से सोरों के मध्य लगभग तीन चार किलो मीटर का मार्ग पूरी तरह गड्ढों में तब्दील है। जिन पर छोटी मोटी घटनाएं आए दिन होती हैं।
नहीं दिखते संकेतांक: कोहरा में रेडियम संकेतांक हादसों की रोकथाम के लिए सहायक हो सकते हैं, लेकिन कहीं भी रेडियम संकेतांक दिखाई नहीं देते। सड़कों पर दोनों ओर सफेद पट्टी तो नजर आती है, ब्रेकरों पर सफेद पुताई भी नहीं दिखाई देती।
गई थीं दस जानें: कासगंज कछला मार्ग नगरिया पर वर्ष 2015 में 10 फरवरी को स्कॉíपयो और रोडवेज की बस की कोहरे के कारण भिडंत हुई थी जिसमें कस्बा सहावर के दस व्यापारी कालकलवित हुए थे। उस समय सड़क की स्थिति जीर्ण-शीर्ण थी।