अरसे बाद कांग्रेसी खेमे में दिखा जश्न
-चुनाव परिणामों पर रही सुबह से हर वर्ग की नजर टिकी रही। हर कोई चुनाव परिणाम को लेकर चर्चा करता दिखा।
(कांग्रेस का आतिशबाजी का समाचार और आएगा)
-चुनाव परिणामों पर रही सुबह से हर वर्ग की रही निगाहें
-चाय की दुकानों से लेकर स्कूलों तक सिर्फ चुनावी चर्चा
जागरण संवाददाता, कासगंज : मंगलवार का दिन सियासत के नाम रहा। पांच राज्यों के चुनाव परिणाम के लिए लोग सुबह से ही टीवी सैट के सामने जमे हुए थे। कांग्रेस खेमे में सुबह से जश्न का माहौल रहा तो दोपहर में भाजपा के मध्य प्रदेश में बढ़त बढ़ाने के रुझानों को देख कुछ देर तो भाजपाइयों के चेहरों पर चमक नजर आई, लेकिन शाम ढलने तक भाजपा को पिछड़ते देख भाजपाई खेमा शांत नजर आया।
चाय की दुकान से गांव की चौपाल तक सिर्फ चुनावी चर्चा ही रही। स्कूल-कॉलेजों में शिक्षक तो कारोबारी ठिकानों पर व्यापारियों के बीच बात-चीत चुनाव परिणाम पर सिमटा थी। कोई इसे इन राज्यों की सरकारों के काम-काज से जोड़कर देख रहा था तो किसी के लिए नोटबंदी एवं जीएसटी मुद्दा थी। वहीं पिछले कई चुनावों से विभिन्न राज्यों में कांग्रेस को सरकार से जाते देख मायूस कांग्रेसियों के लिए मंगलवार का दिन खास रहा। सुबह से ही कांग्रेसी जश्न मनाते नजर आए तो भाजपा की लहर में अपने ढहते किले देखने वाले विपक्षी भी परिणाम के बाद जोश में नजर आए। इसे भाजपा विरोधी लहर बताते हुए विपक्षी आने वाले वक्त में अपने लिए मुफीद मान रहे हैं। 'विधानसभा एवं लोकसभा के चुनाव में मुद्दे अलग-अलग होते हैं। इन राज्यों में जनता का जो भी जनादेश रहा हो, वहां की परिस्थिति पर निर्भर है, लेकिन लोकसभा पर यह कोई असर नहीं डालेंगे। जनता का भरोसा केंद्र की मोदी सरकार में है।'
-पूर्णेंद्र सोलंकी
भाजपा जिलाध्यक्ष
'भाजपा सरकारों ने पांच वर्ष तक इन राज्यों में जनता के साथ जो भी किया है, उसका परिणाम सामने है। जनता ने अपना जनादेश सुना दिया है। साफ हो गया है जनता अब जुमलों की सियासत में नहीं फंसेगी।'
-डॉ.कुंवर देवेंद्र सिंह यादव
सपा जिलाध्यक्ष
'जनता ने फिर कांग्रेस में भरोसा जताया है। बीजेपी ने कोई वायदा नहीं निभाया। मिला तो सिर्फ नोटबंदी एवं जीएसटी। जनता सब समझ गई है, जनता अलगाव नहीं, अखंडता चाहती है जो कांग्रेस में समाहित है। यह लोकसभा का फाइनल था, जिसका असर 2019 में दिखेगा।'
-शशिलता चौहान
कांग्रेस जिलाध्यक्ष 'परिणामों से साफ हो गया है देश में भाजपा विरोधी लहर है। जिस राज्य में जो मजबूत दिखा, जनता उसके साथ खड़ी हो गई। 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा कहीं भी नजर नहीं आएगी।'
-राजकुमार जाटव
बसपा जिलाध्यक्ष