आयकर के रडार पर सैकड़ों शिक्षक
कासगंज: जिला के सैकड़ों शिक्षक आयकर के रडार पर हैं। यहां बेसिक शिक्षा विभागके अधिकृत चार्टर्ड एकाउंटेंट की खामी से शिक्षकों के सामने मुसीबत आई है।
जागरण संवाददाता,कासगंज: जिला के सैकड़ों शिक्षक आयकर के रडार पर हैं। यहां बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकृत चार्टर्ड एकाउंटेंट की खामी से शिक्षकों के सामने नई मुसीबत खड़ी हो गई है। जिला में पिछले साल की आयकर कटौती का ऑनलाइन विवरण नहीं दिया गया था, जिसके कारण आयकर विभाग की वेबसाइट से शिक्षकों को कर चोरी का आरोपित मान लिया गया है।
कासगंज जिला में बेसिक शिक्षा विभाग के बाबू और अधिकृत चार्टर्ड एकाउंटेंट की मनमानी चरम पर है। लेखा विभाग के बाबू दिनेश साहू की मनमानी के चलते शिक्षकों को जुलाई माह का वेतन नहीं मिल सका है। कारण है कि आयकर कटौती में जो गड़बड़ी की थी, उससे इलाहाबाद की वेबसाइट ने शिक्षकों के वेतन बिल ऑनलाइन नहीं दर्शाए। इसके बाद सभी खंड शिक्षा अधिकारियों से दोबारा बिल मांगे गए। इन बिलों को संशोधित कर फिर से ऑनलाइन किया गया। अब ये बिल ट्रेजरी भेजे जाने हैं, लेकिन इस बीच एक और बड़ी मनमानी लेखा विभाग में हुई। पिछले दिनों जब बाबू धीरज कुमार का स्थानांतरण हो गया तो उनके स्थान पर दिनेश साहू को तैनाती मिली। इन्हें कोषागार से एक अधिकृत चिट मिलनी थी। उन्होंने समय रहते चिट नहीं ली। जिसके कारण शिक्षकों को अभी भी वेतन नहीं मिल सका है। इतना ही नहीं आयकर कटौती के मामले में भी लापरवाही के चलते पिछले साल का खामियाजा शिक्षकों को इस साल भुगतना पड़ रहा है। दरअसल पिछले साल की गई थी आयकर कटौती में लगभग 700 शिक्षकों की कटौती का विवरण ऑनलाइन नहीं दर्शाया गया था। इस पर आयकर विभाग ने उन सभी शिक्षकों को वेबसाइट पर दोषी मान लिया। विभाग ने इन्हें नोटिस दिया है, जबकि शिक्षक प्रतिवर्ष आयकर आगणन भरकर जमा कर रहे हैं। शिक्षा विभाग के अधिकारियों से बात की गई तो वे इस सब के लिए बाबुओं को दोषी बता रहे हैं।
आंदोलन करना मजबूरी है
उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष शुभनेश यादव, वरिष्ठ उपाध्यक्ष दिलीप यादव, मुनेश राजपूत ने बताया कि अब आंदोलन करना मजबूरी बन गया है। शिक्षा विभाग के लेखा में तैनात बाबू की मनमानी से तमाम शिक्षकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। समय रहते वेतन न मिलना एक बड़ी बड़ी समस्या है। गुरुवार तक वेतन न मिला तो शुक्रवार से आंदोलन किया जाएगा। वैसे संगठन इस बारे में बीएसए को ज्ञापन भी दे चुका है।
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भेजा जा रहा है वेतन
वेतन बिल में संशोधन की जरूरत थी। कुछ तकनीकी खामी थी। दूर कर ली गई है। शिक्षकों के खातों में वेतन भेजा जा रहा है। गुरुवार को शिक्षकों के खातों में वेतन पहुंच सकता है। अयोध्या प्रसाद, लेखाधिकारी बदायूं की फर्म करती मनमानी
शिक्षकों का कहना है कि बदायूं के चार्टर्ड एकाउंटेंट को आयकर का काम दिया गया है, लेकिन वह मनमानी करता है। शासन स्तर से ही उस फर्म को जिम्मेदारी दी गई है। हर साल कुछ न कुछ खामी कर दी जाती है।