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एएसआइ के सहारे से संवरेगा सीताराम मंदिर

संरक्षित मंदिर में तीन तरफ बनेंगे सुंदर पार्क, बैठने की होगी व्यवस्था

By JagranEdited By: Published: Mon, 06 Aug 2018 12:01 AM (IST)Updated: Mon, 06 Aug 2018 12:01 AM (IST)
एएसआइ के सहारे से संवरेगा सीताराम मंदिर
एएसआइ के सहारे से संवरेगा सीताराम मंदिर

जागरण संवाददाता, सोरों: तीर्थ नगरी को पर्यटन स्थल बनाने को कार्य योजना में संरक्षित मंदिर को भी संवारा जाएगा। प्राचीन सीताराम मंदिर के तीन ओर सुंदर पार्क बनाए जाएंगे तो खूबसूरत लाइट भी लगाई जाएंगी। लहरा घाट पर यह स्थान गंगा श्रद्धालुओं के लिए खास पयर्टन केंद्र बनेगा, जहां बैठने के लिए नक्कासी वाली बैंच भी लगेंगी।

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मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी की तीर्थ नगरी को पर्यटन स्थल बनाने की घोषणा के बाद यहां विकास की कार्य योजना बनने लगी हैं। लखनऊ की संस्था यहां के मंदिर, कुंड, पौराणिक स्थानों के अलावा दर्शनीय स्थलों के कायाकल्प की कार्य योजना बना रही है। इस कार्य योजना में संरक्षित सीताराम मंदिर का पेंच फंस गया है। मंदिर के संरक्षण का जिम्मा फिलहाल भारतीय सर्वेक्षण विभाग संभाल रहा है, ऐसे में इस मंदिर के आसपास दौ सौ मीटर कोई निर्माण नहीं हो सकता। वैसे इससे पहले मंदिर के पास बनाए जा रहे आसरा योजना के आवास भी अब तक नहीं बने हैं। ऐसे आवासों के निर्माणों पर फिलहाल एएसआइ ने रोक लगा रखी है।

अब तीर्थ नगरी को पर्यटन स्थल बनाने के काम में आ रही इस बाधा को प्रशासन एएसआइ से मिलकर दूर करेगा। संरक्षित मंदिर के आसपास कोई निर्माण नहीं होने का हवाला एएसआइ को दिया जाएगा। वैसे तीर्थ नगरी के इस संरक्षित मंदिर के आसपास पार्क बनाने और लाइट लगाने की ही कार्य योजना तैयार हो रही है। तीर्थ नगरी के विकास को जुटे साहित्यकार डॉ. राधाकृष्ण दीक्षित ने बताया कि मंदिर के आसपास वर्तमान में नारकीय हालात हैं। मंदिर का बाहरी हिस्सा गंदगी से अटा हुआ है। कोई संस्था या पालिका भी इस ओर ध्यान नहीं देती हैं। एएसआइ भी यहां केवल संरक्षित स्मारक का बोर्ड लगाकर भूल गई हैं।

पर्यटन स्थली के लिए कार्य योजना बना रहे आर्किटेक्ट इंजीनियर अब्दुल रऊफ ने बताया कि इस संरक्षित स्मारक के तीन ओर सुंदर पार्क बनाने का सर्वे किया गया है। पार्क में लहरा गंगा की ओर की जाने वाले श्रद्धालुओं के बैठने के लिए यहां नक्काशी वाली पत्थर की बेंच लगाई जाएगी। पार्क समेत मंदिर के चारों ओर खूबसूरत लाइटें भी लगवाई जाएगी। कार्य योजना पूरी करने से पहले वे तीर्थ नगरी के पौराणिक जानकारों से भी मंथन करेंगे। सीताराम मंदिर संरक्षित स्मारक की श्रेणी में आता है। ऐसे में यहां कोई नया निर्माण नहीं हो सकता। वैसे कार्य योजना में पार्क बनाने का प्रस्ताव तैयार हो रहा है। मंदिर और उसके आसपास के क्षेत्र में सुंदरीकरण के लिए एएसआइ के निदेशक से वार्ता कर सहयोग लिया जाएगा, इस काम में कोई दिक्कत नहीं आएगी।

-आरपी ¨सह, डीएम।


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