गंगा फिर उफान पर, छह दर्जन गांव चपेट में
कासगंज में बाढ़ के कारण पशुओं को चारे का अभाव है। इतना ही नहीं ग्रामीणों को आवागमन में भी दिक्कत हो र ही है।
जागरण संवाददाता, कासगंज: बैराजों से छोड़े जा रहे पानी से गंगा अब फिर उफान लेने लगी है। इससे जिले के छह दर्जन गांव में मध्यम बाढ़ से प्रभावित हैं।
पहाड़ों और मैदानी इलाकों में हो रही बारिश के कारण इन दिनों गंगा में मध्यम बाढ़ के हालात बने हैं। नरौरा बैराज से डेढ़ लाख क्यूसेक से भी ज्यादा पानी गंगा में हर रोज छोड़ा जा रहा। इससे तहसील कासगंज, सहावर और पटियाली के छह दर्जन गांव बाढ़ की चपेट में हैं। गांव के आसपास और खेतों में पानी भरा हुआ है तो कई गांवों में आने-जाने के रास्ते कट गए हैं। ग्रामीणों को ऐसे हालातों में तमाम संकटों का सामना करना पड़ रहा है। पशुओं के लिए चारे की समस्या पैदा हो रही है तो बीमारियों ने पैर पसारना शुरू कर दिया है।
गंगा में कभी पानी कम होने और कभी उतरने से गांवों के आसपास कीचड़ और गंदगी का माहौल बन गया है। बाढ़ग्रस्त कई गांवों के लोग तो श्मशान और सुरक्षित स्थानों पर डेरा डाले हैं। ऐसे ग्रामीणों को प्रशासन ने रहने के लिए पॉलीथिन की तिरपाल उपलब्ध कराई है। वहीं गंगा में बाढ़ और कटरी के गांवों में बसे बाढ़ग्रस्त गांवों के ग्रामीणों ने पानी का स्तर बढ़ने से पहले ही अनाज समेत तमाम जरूरी सामान सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया, लेकिन ग्रामीणों को अभी भी गंगा के रौद्र रूप को लेकर भय सता रहा है।
इन तहसीलों के छह दर्जन गांव प्रभावित-
गंगा नदी में चल रहे बाढ़ के हालातों से तहसील कासगंज के नौ गांव और सहावर तहसील के पांच गांव प्रभावित हैं, जबकि सबसे ज्यादा पटियाली तहसील के गांव प्रभावित हैं। इस तहसील के करीब 58 गांव बाढ़ के पानी की चपेट में हैं।
- गंगा में बढ़ा जलस्तर-
हरिद्वार, बिजनौर और नरौरा बैराज से सोमवार को बीते दिनों की अपेक्षा ज्यादा पानी छोड़ा गया, वही गंगा का जलस्तर भी .05 सेंटीमीटर बढ़ गया। सोमवार सुबह हरिद्वार बैराज से 55133 और बिजनौर बैराज से 1.02 लाख और नरौरा बैराज से 1.53 हजार क्यूसेक पानी गंगा में पास हुआ। सोमवार को कछला पुल पर पानी का गेज 163. 55 मीटर पर था, जबकि बीते दिन यह 163.50 मीटर पर था। -नहीं पहुंचे राहत के इंतजाम-
बाढ़ के पानी से सर्वाधिक प्रभावित पटियाली तहसील के कई गांवों में अभी तक राहत की कोई किरण दिखाई नहीं दी है। ऐसा ही कुछ सहावर तहसील में देखने को मिला है। कासगंज तहसील गांव भले ही गंगा की बाढ़ से प्रभावित न हो, पर प्रशासन अभी तमाम गांवों में ही नहीं पहुंच सका है। मदद के नाम पर प्रशासन ने केवल तिरपाल बांटकर इतिश्री कर ली, इससे ज्यादा कोई राहत नहीं दी गई है। गंगा में इन समय मध्यम बाढ़ के हालात बने हुए हैं। हल्की और मध्यम बाढ़ से जिला की तीनों तहसील में करीब छह दर्जन गांव प्रभावित हैं। प्रशासन हर स्थिति पर नजर रखे हुए हैं, आवश्यकता पर सहायता भी पहुंचाई जा रही है।
-आरपी ¨सह, डीएम।