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कासगंज: फूड प्वॉइजनिंग में वार्डन और प्रभारी वार्डन दोषी

कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय फरौली में फूड प्वॉइजनिंग के मामले में वार्डन और कार्यवाहक वार्डन को दोषी माना है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 21 May 2018 11:48 PM (IST)Updated: Mon, 21 May 2018 11:48 PM (IST)
कासगंज: फूड प्वॉइजनिंग में वार्डन और प्रभारी वार्डन दोषी
कासगंज: फूड प्वॉइजनिंग में वार्डन और प्रभारी वार्डन दोषी

जासं, कासगंज: कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय फरौली में फूड प्वॉइजनिंग के मामले में वार्डन और प्रभारी वार्डन के साथ दो छात्राओं को दोषी माना गया है। डीएम द्वारा गठित समिति ने जांच पूरी कर ली है। आरोपितों से इस संबंध में जवाब तलब किया गया है।

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पिछले दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आने से एक दिन पहले ही बीते रविवार को कस्तूरबा गांधी विद्यालय फरौली में चाय और पकौड़ी खाकर फूड प्वॉइजनिंग से लगभग 45 छात्राओं की हालत बिगड़ गई थी। सात छात्राओं की हालत इनमें से ज्यादा गंभीर थी। मुख्यमंत्री के आगमन के मद्देनजर इस मुद्दे पर प्रशासन सक्रिय भी था। डीएम आरपी सिंह ने एडीएम राकेश कुमार के नेतृत्व में चार सदस्यीय टीम जांच के लिए गठित की थी। टीम ने अपनी रिपोर्ट दे दी है। रिपोर्ट में वार्डन सरिता शर्मा व कार्यवाहक वार्डन प्रीती यादव सहित दो छात्राओं को दोषी माना गया है। इन सभी को सोमवार को नोटिस जारी किए गए हैं। डीएम आरपी सिंह ने कहा कि बीएसए गीता वर्मा ने जिम्मेदारों से जवाब मांगा है। जवाब आने पर कार्रवाई की जाएगी।

जवाब के इंतजार में रुकी कार्रवाई

जासं, कासगंज: कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय फरौली में फूड प्वाइजनिंग मामले में दोषी पाए गए लोगों के जवाब का इंतजार है। जवाब आते ही कार्रवाई होना भी तय है। वार्डन एवं प्रभारी वार्डन पर गाज गिरना तय है।

बीते रविवार को कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय फरौली में फूड प्वाइजनिंग से लगभग 45 छात्राओं की हालत बिगड़ी थी। उन्हें जिला अस्पताल भिजवाया गया था, जहां से सात छात्राओं को गंभीर हालत में अलीगढ़ रेफर कर दिया गया। हालांकि अब सभी छात्राओं की हालत में सुधार हो गया है। तमाम जिम्मेदारों को डर था कि जिस स्थान पर सीएम योगी आदित्यनाथ सोमवार को आ रहे हैं, वहीं इस तरह की घटना जान के लिए बवाल न बन जाए। हालांकि मुख्यमंत्री के सामने इस घटना की चर्चा भी नहीं हुई। लेकिन डीएम आरपी सिंह ने इस घटना पर कोई ढिलाई नहीं बरती। एडीएम राकेश कुमार के साथ सीएमओ, खंड शिक्षा अधिकारी और सहावर के एसडीएम को जांच में लगा दिया गया। टीम की ओर से पहले ही इस बात के संकेत मिल चुके थे कि वार्डन की भूमिका इसमें नजर आ रही है। उन्होंने अपनी चहेती छात्राओं के जरिए इस कार्य को अंजाम दिलाया। रिपोर्ट में वार्डन सरिता शर्मा व कार्यवाहक वार्डन प्रीती यादव सहित दो छात्राएं दोषी मानी गई हैं। हर पहलू पर पूछताछ

एडीएम के नेतृत्व में गठित टीम ने ग्रामीणों, छात्राओं और आवासीय विद्यालय के शिक्षिकाओं से बातचीत की और उनके बयान दर्ज किए। टीम द्वारा रिपोर्ट हर पहलू पर पूछताछ कर तैयार की गई है।


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