कासगंज: 200 रुपये में आठ पूड़ी और दो सब्जी!
सौ रुपये के बजट में कई जिलों में भोजन की आपूर्ति।
फोटो नंबर सात, आठ एवं नौ हैडर : प्रशिक्षण में खेल.. -सौ रुपये के बजट में कई जिलों में बनवाया जाता है गर्म भोजन
-कई शिक्षक अंजान, कुछ अफसरों के डर से साधे बैठे हैं चुप्पी जागरण संवाददाता, कासगंज: बेसिक शिक्षा विभाग में कायाकल्प योजना के तहत ग्रे¨डग लर्निग प्रशिक्षण चल रहा है। शासन से इसके लिए मोटा बजट मिला है। साढ़े छह घंटे के प्रशिक्षण में सरकार ने शिक्षकों की सुविधा का पूरा ध्यान रखा है। प्रति शिक्षक 200 रुपये प्रतिदिन की दर से धनराशि भेजी है। पांच दिन के प्रशिक्षण में एक शिक्षक के लिए एक हजार रुपये हैं, लेकिन बीआरसी पर शिक्षकों को पैकेट बंद खाना दिया जा रहा है। जिसकी अधिकतम कीमत 60 रुपये भी नहीं।
'जागरण' की टीम ने गुरुवार को जिला पंचायत कार्यालय में स्थित ब्लॉक रिसोर्स सेंटर (बीआरसी) पर पड़ताल की तो यहां शिक्षकों को पैकेट बंद खाना मिला। शिक्षकों ने कहा हर रोज पैकेट में ही खाना आता है। इसमें दो दोने में सब्जी होती है और आठ पूड़ी। इसके साथ अधिकारी मिठाई का भी दावा कर रहे हैं, लेकिन कई पैकेट से मिठाई गायब रहती है। यही स्थिति पास ही स्थित स्कूल में संचालित प्रशिक्षण में भी नजर आई। शिक्षिकाओं ने कहा हर रोज खाने में यही पैकेट मिलता है। कई शिक्षक रोज पूड़ी खाने से इन्कार कर रहे हैं। बीते दिनों पटियाली में बीएसए के समक्ष भी शिक्षकों ने रोज पूड़ी न देने की मांग रखी थी। अन्य बीआरसी पर भी यही हाल है।
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कई पैकेट में नहीं निकली मिठाई :
नगर में स्थित दोनों प्रशिक्षण केंद्र पर कई पैकेट में मिठाई नहीं निकली। जागरण टीम के समक्ष ही कई शिक्षक-शिक्षिकाओं ने इस पर आपत्ति जताई तो एक सहायक ब्लॉक समन्वयक ने दुकान से एक किलो मिठाई कर्मचारी से मंगवाई।
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19.94 लाख का है बजट :
जिले में 997 प्राथमिक स्कूल हैं। हर स्कूल से दो शिक्षकों को प्रशिक्षण पर बुलाया गया है। इस लिहाज से देखें तो जिले में कुल 19.94 लाख का बजट इसके लिए प्रस्तावित है। -आंकड़ों की नजर से-
- 1000 रुपये आए हैं प्रति शिक्षक पांच दिन प्रशिक्षण के।
- 60 से 70 रुपये की बांट रहे हैं किट।
- 15 रुपये बैठती है दो चाय एवं बिस्कुट की कीमत।
- 60 रुपये अधिकतम है खाने के पैकेट की कीमत।
- 400 रुपये भी खर्च नहीं हो रहे हैं पांच दिन में एक शिक्षक पर। 'पैकेट बंद खाने की कहीं से शिकायत नहीं मिली है। अगर ऐसा हो रहा है तो हम इसे दिखवाएंगे। शिक्षकों को बेहतर एवं गर्म खाना खिलाने के लिए निर्देश जारी करेंगे। बजट का सदुपयोग होगा।'
-अंजली अग्रवाल
जिला बेसिक शिक्षाधिकारी
कासगंज