19 निष्क्रिय आशाओं की सेवाएं होंगी समाप्त
जागरण संवाददाता, कासगंज: कार्य के प्रति उदासीनता की वजह से 19 आशा कार्यकर्ताओं की सेवा समा
जागरण संवाददाता, कासगंज: कार्य के प्रति उदासीनता की वजह से 19 आशा कार्यकर्ताओं की सेवा समाप्त की जाएगी। इनके स्थान पर दूसरी आशा कार्यकर्ताओं का चयन ग्राम सभाओं की खुली बैठक में होगा। स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
यह चेतावनी डीएम आरपी ¨सह ने दी। कलक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में उन्होंने कहा कि जिले में चिकित्सा सेवाओं को और बेहतर बनाया जाए। जिन स्वास्थ्य कार्यक्रमों में प्रगति कम है, उनमें सुधार लाएं। कार्यक्रमों के संचालन में कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सरकारी अस्पतालों में जीवनरक्षक दवाओं की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता सुनिश्चित करें। ब्लड बैंक में सभी ग्रुपों के ब्लड की पर्याप्त व्यवस्था रखी जाए। सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से प्रत्येक ब्लॉक स्तर पर शव वाहन की व्यवस्था की जाए। अस्पतालों के बेड और चादरें साफ सुथरी हों। परिसर में सफाई व्यवस्था बनाई रखी जाए। अस्पताल में कुत्ता काटे के इंजेक्शन भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रखें। बच्चों का स्वास्थ परीक्षण और टीकाकरण सही ढंग से हो।
जननी सुरक्षा योजना के तहत जिले में गत वर्ष 21055 प्रसव कराए गए। विकास खंड सोरों और अमांपुर में कम प्रसव होने, कासगंज और सहावर में आशा कार्यकर्ता का कम भुगतान होने पर नाराजगी जताते हुए डीएम ने कहा कि आशा और एएनएम की जिम्मेदारी है कि प्रसव के लिए आने वाली महिलाओं के बैंक खाता नंबर लें। समय से उन्हें लाभांवित कराने में सहयोग करें। समन्वयक मुहम्मद यूसुफ ने बताया कि राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन की इकाई बिड़ला हॉस्पिटल कासगंज और ग्राम पवसरा में संचालित हैं। गत वर्ष 108 प्रसव कराए गए, ओपीडी में मरीजों की संख्या 31635 रही।
डीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की पोर्टल पर सभी विकास खंडों से नियमित फी¨डग की जाए। पहली बार गर्भवती हुई महिला और आने वाले शिशु को अच्छे स्वास्थ्य और खानपान के लिए पांच हजार रुपये की सहायता देय है। बैठक में सीएमओ डॉ. रंगजी द्विवेदी, एसीएमओ डॉ. नरेंद्र, डॉ. एसपी ¨सह, डॉ. वीके राजपूत, डिप्टी सीएमओ, बीएसए, समन्वयक डीसीपीएम केपी ¨सह, डीपीओ सहित समस्त चिकित्साधिकारी और अधिकारी उपस्थित रहे।