गंगा वन पर है सरकार की भी नजर
यही वजह है कि नौ अगस्त को सूबे में होने वाले पौध आरोपण कार्यक्रम के लिए राज्यपाल ने इस जिले को चुना है। गंगा वन में पौराणिक पौधे भी लगाए जाएंगे। यह अपने आप में अनोखा वन होगा।
जागरण संवाददाता, कासगंज: गंगा वन पर सरकार की भी नजर जमी हुई है। जिले से हर प्रगति की रिपोर्ट भेजी जा रही है। यही वजह है कि नौ अगस्त को सूबे में होने वाले पौध आरोपण कार्यक्रम के लिए राज्यपाल ने इस जिले को चुना है। गंगा वन में पौराणिक पौधे भी लगाए जाएंगे। यह अपने आप में अनोखा वन होगा। जहां चंदन, रुद्राक्ष, पाकड़, कदंब जैसे पौराणिक महत्व के पौधे होंगे तो औषधीय गुण वाले बालम खीरा, आंवला, अशोक, अर्जुन, जामुन, सहजन जैसे पौधे भी। फलदार एवं शोभाकार पौधों के इमारती पौधे भी होंगे।
--गंगा वन में यह होंगे उपवन--
-पंचवटी।
-नक्षत्र वन।
-सहजन वन।
-श्रीहरि उपवन।
-औषधीय उपवन।
-महादेव उपवन।
एक नजर में--
62 हेक्टेअर में बनाया जा रहा है गंगा वन।
51 प्रजाति के रोपे जाएंगे पौधे।
1.01 लाख पौधे रोपे जाएंगे।
03 हजार स्कूली छात्र करेंगे सहयोग।
डीएम-एसपी ने लिया तैयारियों का जायजा :मंगलवार को डीएम सीपी सिंह एवं एपसी सुशील घुले ने चंदनपुर घटियारी पहुंच कर तैयारियां का जायजा लिया। अफसरों के साथ पहुंचे अधिकारियों ने संबंधित विभागों के अधिकारियों को जल्द से जल्द व्यवस्था करने के निर्देश दिए।