सरकारी इमदाद की राह देख रहे अलताफ के स्वजन
कासगंज संवाद सहयोगी सदर कोतवाली में पुलिस अभिरक्षा में मरे युवती को भगा ले जाने के आरोपित के स्वजन अब सरकारी इमदाद की राह देख रहे हैं।
कासगंज, संवाद सहयोगी : सदर कोतवाली में पुलिस अभिरक्षा में मरे युवती को भगा ले जाने के आरोपित के स्वजन अब सरकारी इमदाद की राह देख रहे हैं। उन्हें अभी तक सरकार से कोई मदद नहीं मिली है। न ही कोई आश्वासन मिल रहा है। पिता का कहना है कि उस समय ढांढस बंधाने वाले तमाम नेता थे, लेकिन अब तो किसी ने लौट कर सुध भी नहीं ली।
नौ नवंबर को सदर कोतवाली की हवालात में गांव अहरोली के अलताफ की मौत हो गई थी। इस मामले में विपक्षी दलों के नेताओं के पहुंचने से राजनीति गरमा गई थी। इस मामले में अज्ञात पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा भी दर्ज है। उस समय तमाम नेता अलताफ के परिजनों को ढांढस बंधाने उनके घर पहुंचे। बाद में सभी भूल गए। स्थानीय प्रशासन की ओर से आर्थिक मदद और संविदा पर नौकरी देने का भरोसा भी दिया गया, लेकिन अभी तक कोई राहत नहीं मिली है। यहां तक की सरकार पर हमला बोलने वाला विपक्ष भी अब अलताफ के स्वजन की सुध नहीं ले रहा है। पिता की बात
अलताफ के पिता चांद मियां का कहना है कि उस समय तो लग रहा था कि सरकारी मदद मिलेगी। तमाम नेता ढांढस बंधाने आ रहे थे, लेकिन अभी तक न तो सरकारी मदद मिली है, यहां तक कि जो नेता मदद का भरोसा देने के लिए पहुंच रहे थे उन नेताओं ने भी कोई सुध नहीं ली। कभी फोन करके भी नहीं पूछा कि क्या हाल है।
चांद मियां, अलताफ के पिता अभी बयान की तिथि नहीं नियत
अलताफ प्रकरण में मामले की जांच जिलाधिकारी ने पटियाली के उपजिलाधिकारी को सौंपी है। पटियाली के उपजिलाधिकारी ने जांच की शुरुआत बीते दिनों की थी, लेकिन अभी तक इस मामले में बयान लेने के लिए कोई तिथि नियत नहीं हुई है, हालांकि उप जिलाधिकारी पीएन सिंह का कहना है कि जल्द ही बयान के लिए तिथि नियत कर दी जाएगी।