आई सावन की बहार राधा कर चली श्रंगार
धूमधाम से मनाया गया हरियाली तीज पर्व -सुनाई दी मल्हार और कजरी की गूंज
जागरण संवददाता, कासगंज : हरियाली पर्व जिले भर में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। महिलाओं ने व्रत रख माता गौरा की पूजा की। बुजुर्गों को सामान दिया। झूले झूले तथा मल्हार और सावन की गीत गाए। ग्रामीण क्षेत्रों में भी पर्व की धूम रही। हरियाली तीज हिदू धर्म का बेहद खास त्योहार है। इस तीज पर्व को भगवान शिव और माता पार्वती के मिलन की याद में मनाया जाता है। महिलाएं हरे रंग के कपड़े पहनती हैं एवं मेहंदी लगाती हैं। यह पर्व श्रावण मास के शुक्ल पक्ष तृतीया को मनाया जाता है। शनिवार को जिले भर में पर्व को हर्षोल्लास के मनाया। घरों में महिलाओं ने मेहंदी रचा श्रंगार किया। हरे वस्त्र धारण माता गौरा और भगवान शिव की पूजा की। भगवान से परिवार के कल्याण की कामना की। शहर के साथ कस्बों और ग्रामीण अंचलों में पर्व को लेकर महिलाओं और युवतियों में उत्साह देखा गया। ग्रामीण क्षेत्रों में झूले पड़े। महिलाओं ने सावन के गीत, मल्हार और कजरी गाए। सुबह से लेकर शाम तक कजरी की गूंज सुनाई दी। देर शाम महिलाओं ने व्रत तोड़ा। कहीं-कहीं बालू से शिवलिग बनाई गई। जिसकी पूजा अर्चना कर जलाभिषेक किया गया।
शहर में लगा मेला बच्चों ने उठाया लुत्फ :शहर के सोरों गेट बाजार में परंपरागत तीज मेले का आयोजन हुआ। हालांकि अब यह परंपरागत मेला भी सिमटता जा रहा है। कभी बड़े क्षेत्र में लगने वाले मेले की अब औपचारिकता ही पूरी होती है। मेले में पहुंचे बच्चे और महिलाओं ने मेले का लुत्फ उठाया। महिलाएं चाट पकौड़ी का स्वाद लेते देखी गई तो बच्चे झूले झूलने में मस्त दिखाई दिए।
जमकर हुई दमदान की बिक्री :दमदान चीनी से बना एक विशेष मिष्ठान होता है। जो वर्ष में केवल हरियाली तीज पर ही बिक्री के लिए बनाया जाता है। मेले में इसकी कई दुकाने लगी। जिन पर परंपरागत मिष्ठान बना और इसकी जमकर बिक्री हुई। भले अब यह मिष्ठान नई पीढ़ी के नहीं भाता है, लेकिन यह देखने में आकर्षक होता है। लोग इसकी ओर आकर्षित हो खरीदारी करते हैं। इसे बनता देखने के लिए भी लोगों की भीड़ उमड़ती है।