मनरेगा में मनमानी, उजाड़ दी फसल
प्रधान और रोजगार सेवक की मनमानी से कई किसानों की मक्का की फसल उजड़ गई।
जागरण संवाददाता, कासगंज: मनरेगा योजना में चकरोड डालने के काम से तमाम किसान बर्बाद हो गए। प्रधान और रोजगार सेवक की मनमानी से कई किसानों की मक्का की फसल उजड़ गई। बारिश के मौसम में मिट्टी का काम कराने से सब हैरत में हैं। मामले की शिकायत मुख्यमंत्री से जल सुनवाई पोर्टल पर की गई है।
मामला ब्लॉक पटियाली की ग्राम पंचायत रम्पुरा से जुड़ा है। गांव के प्रधान ने मनमानी करते हुए मनरेगा के तहत रम्पुरा नहर से अलावलपुर बम्बा तक चकरोड पर मिट्टी डलवाने का कार्य बरसात के मौसम में करा दिया। वैसे इस समय खेतों में किसानों की मक्का की फसलें तैयार खड़ी हैं और खेतों में धान की रोपाई के लिये पौध भी तैयार थी। प्रधान और रोजगार सेवक ने अपनी मनमानी करते हुए बिना लेखपाल से नापतौल कराए चकरोड पर मिट्टी डलवाने का कार्य करा दिया।
मनरेगा में कराए गए इस मनमाने काम से किसानों की खड़ी फसलों को उजाड़ दिया। बारिश के मौसम में इस काम को कराए जाने से कई किसानों का हजारों रुपये का नुकसान हो गया है। ग्रामीणों ने प्रधान और रोजगार सेवक से इस काम को फसल कटने के बाद कराने को कहा था, लेकिन दोनों ने उसे अनसुना कर दिया। अब पीड़ित किसानों ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जन सुनवाई पोर्टल पर की है।