बीएसए ने लेखा विभाग से मंगाई पत्रावली, जांच शुरू
कासगंज, संवाद सहयोगी : सामूहिक बीमा के नाम पर शिक्षकों के वेतन से हो रही कटौती के मामले में जांच शुरू हो गई है। बीएसए ने लेखा विभाग से पत्रावली मंगा ली है। उसका बिंदुवार अवलोकन शुरू कर दिया है। इधर, बीएसए का अवलोकन पूरा होने के बाद डीएम उनकी रिपोर्ट देखेंगी। इसके बाद अग्रिम कार्रवाई का निर्णय लेंगी। इस मामले को लेकर विभाग में हलचल मची हुई है।
वर्ष 2014 के बाद नियुक्त शिक्षकों को सामूहिक बीमा योजना का लाभ सरकार द्वारा बंद कर दिया गया है। प्रदेश सरकार ने भारतीय जीवन बीमा निगम से इस संबंध में अनुबंध खत्म कर लिया है। इसके बाद भी यहां शिक्षकों के वेतन से बीमा की प्रीमियम राशि काटी जा रही थी। एक शिक्षक के वेतन से 87 रुपये काटे जा रहे थे। पूरे जनपद के शिक्षकों कट रही यह राशि प्रति माह दो लाख रुपये से अधिक बन रही थी। इससे 2500 से अधिक शिक्षक प्रभावित हैं। शिक्षकों को शनिवार को इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने आपत्ति दर्ज कराई। दैनिक जागरण ने शिक्षकों की समस्या को रविवार और सोमवार के अंक में प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया। इसके बाद जिला प्रशासन और बेसिक शिक्षा विभाग ने मामले में जांच शुरू कर दी है। सोमवार को बीएसए ने लेखा विभाग से पत्रवली मंगा ली है और जांच शुरू कर दी है। जांच अभी किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है। डीएम भी बीएसए से मामले में रिपोर्ट मांगेंगी।
बीएसए से मामले की जांच कराई जा रही है। उनसे जल्द ही इस संबंध में आख्या ली जाएगी। जांच में जो भी तथ्य होंगे उसके आधार पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
-हर्षिता माथुर, डीएम
लेखा विभाग से पत्रावली मांगा ली है और उसका अवलोकन किया जा रहा है। पूरे मामले में बिंदुवार जांच करेंगे, इसके बाद ही कोई निर्णय लेंगे।
- राजीव यादव, बीएसए