नगरिया की आशा पर दर्ज कराया स्वास्थ्य विभाग ने मुकदमा
कासगंज संवाद सहयोगी स्वास्थ्य विभाग ने अपने कार्य के प्रति लापरवाही बरतने पर नगरिया में कार्यरत आशा कार्यकर्ता के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
कासगंज, संवाद सहयोगी : स्वास्थ्य विभाग ने अपने कार्य के प्रति लापरवाही बरतने पर नगरिया में कार्यरत आशा कार्यकर्ता के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। इसके अलावा विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत 18 आशा कार्यकर्ताओं को हटाया गया है। आरोप है कि वे निजी केंद्रों पर गर्भवती महिलाओं के प्रसव करा रही थीं। यह जानकारी डीएम की समीक्षा बैठक में सीएमओ ने दी।
कलक्ट्रेट पर शुक्रवार को डीएम सीपी सिंह ने जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में समीक्षा की। सीएमओ अनिल कुमार ने बताया है कि निजी केंद्रों पर प्रसव करा रही नगरिया की आशा के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत कराया गया है। कासगंज की दो, पटियाली की तीन, अमांपुर की दो, सोरों की चार, सिढ़पुरा की छह एवं सहावर ब्लाक की एक आशा कार्यकर्ता को हटा दिया गया है। समीक्षा बैठक में डीएम सीपी सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य कार्यक्रमों का संचालन बेहतर ढंग से होना चाहिए। आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए लोगों को जागरूक करें। सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों को क्रियाशील किया जाए। डीएम ने 12 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों की स्थापना के लिए भूमि चिह्नि न होने एवं मातृत्व वंदना योजना की प्रगति धीमी होने पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि सीएमओ अपने स्तर से प्रतिदिन कोविड की समीक्षा करें। कंट्रोल रूम संचालित रखा जाए। रेलवे स्टेशन बस स्टैंड पर कोविड अन्य प्रांत से आने वालों पर भी विभाग की नजर रहे। सीडीओ तेज प्रताप मिश्र, डा. अविनाश, डा. अतुल सारस्वत, डा. अंजुश, डा. एसपी सिंह, यूनीसेफ के डा. अनुराग दीक्षित, डा. सरताज, केपी सिंह, मोहम्मद यूसुफ मौजूद रहे।