और बढ़ गया यमुना का जलस्तर, किसानों में दहशत
यमुना का जलस्तर रात में 104.20 मीटर तक बढ़ा गांव के लोग आवागमन के लिए नाव का ले रहे सहारा
संवाद सूत्र, मूसानगर: यमुना नदी का जलस्तर धीरे-धीरे ही सही लगातार बढ़ता जा रहा है। चौबीस घंटे में करीब एक मीटर तक पानी और चढ़ आया। इससे सेंगुर नदी भी उफनाने लगी हैं। पानी आसपास गांव के किनारे तक पहुंच गया जिससे रास्ते व सड़क पूरी तरह जलमग्न हैं। आवागमन के लिए लोगों को नाव की मदद लेनी पड़ रही है। यमुना नदी का जलस्तर शुक्रवार सुबह सुबह आठ बजे 104.20 मीटर था वहीं शाम चार बजे 104.36 मीटर पर पहुंच गया।
यमुना नदी का जलस्तर शुक्रवार को हौले हौले बढ़ने के कारण पानी खेतों के साथ रास्तों में भी भर गया है। आढ़न पथार मार्ग पर एक बार फिर नावों का संचालन शुरू हो गया है। किसानों की इसी के साथ चिताएं बढ़ने लगी हैं। अगस्त माह में दूसरी बार यमुना नदी का जलस्तर बढ़ रहा है। इसी कारण चपरघटा स्थित सेंगुर नदी भी मंद गति से बाढ़ आने लगी है। चपरघटा के मुगलरोड से ग्राम आढ़न पथार को गया मार्ग जलमग्न है। गांव के किशोरीलाल, अवध लाल, शिव लाल, लल्लू , विनीत आदि ने बताया कि 17 अगस्त को आई बाढ़ से सेंगुर नदी के गांवों की सैकड़ों बीघा फसल नष्ट हो गई थी। अब किसानों को भय सता रहा है कि दोबारा फिर मुसीबत आ सकती है। लेखपाल मलखान सिंह ने बताया कि आढ़न पथार मार्ग पर दो नावें आवागमन के लिए लगाई गई हैं। जलस्तर धीरे-धीरे बढ़ रहा है। भोगनीपुर एसडीएम राजीवराज ने बताया कि प्रशासन की ओर से व्यवस्थाएं पूरी हैं, लगातार बढ़ते जलस्तर पर नजर रखी जा रही है।