बेतार इंटरनेट सुविधा के लिए अब जेब होगी हल्की
बेतार इंटरनेट सुविधा के लिए अब जेब होगी हल्की
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : बीएसएनएल ने वाईमैक्स सेवा बंद करने का फैसला कर लिया है। स्पेक्ट्रम खत्म होने व मुनाफा न होने को लेकर मार्च में वाईमैक्स सेवा बंद हो जाएगी। ऐसे में बेतार इंटरनेट सुविधा के लिए अब जेब अधिक हल्की करनी पड़ेगी। लगभग पांच हजार रुपये में वाईमैक्स कनेक्शन मिलता है, लेकिन अब यह सेवा बंद होने पर माइक्रोवेव एंटीना से रेडियो फ्रीक्वेंसी कनेक्शन विकल्प बनेगा। रेडियो फ्रीक्वेंसी कनेक्शन आम उपभोक्ता के बस की बात नहीं है। सरकारी या निजी संस्थान ही यह सेवा ले सकते हैं। इस पर भी शुरुआती खर्च अधिक है। इसका खर्च वहन करने में मुश्किल आएगी।
सरकारी क्षेत्र की संचार कंपनी बीएसएनएल वाईमैक्स सेवा बंद कर रही है। अब तक ऐसे क्षेत्रों में जहां भूमिगत ओएफसी नहीं है वहां वाईमैक्स सेवा इंटरनेट का बेहतर विकल्प है। बीटीएस से एंटीना के जरिए नेटवर्क मिलते हैं। दस किमी की रेंज में तेज गति इंटरनेट सेवा वाईमैक्स को बंद करने की सहमति बन गई है। साफ है कि यह सेवा बंद होगी तो इसका विकल्प क्या होगा, इसको लेकर विभाग की ओर से जरूरी कदम नहीं उठाए गए हैं। वाईमैक्स सेवा बंद होने के बाद जिन क्षेत्रों में भूमिगत ओएफसी नहीं है वहां इंटरनेट की बेतार सेवा के लिए केवल माइक्रोवेव एंटीना की रेडियो फ्रीक्वेंसी ही बचेगी। यह सेवा बीएसएनएल की ओर से उपलब्ध कराने का विकल्प तो है लेकिन यह काफी महंगी संचार सेवा है। विभाग के जानकारों के अनुसार लगभग 90 हजार रुपये एकमुश्त जमा करना होता है। इंटरनेट सेवा के लिए शुरुआत में इतनी बड़ी राशि वहन करने की मुश्किलें आएंगी। ऐसे में आमजन में रेडियो फ्रीक्वेंसी कनेक्शन की अड़चन रहेगी। वाईमैक्स सेवा बंद करने का निर्णय लिया गया है। अब हम वाईमैक्स सेवा की शिकायतें अटेंड नहीं कर रहे हैं। इसका विकल्प ब्राडबैंड कनेक्शन है। जिन क्षेत्रों में केबल नहीं है वहां के माइक्रोवेव एंटीना की रेडियो फ्रीक्वेंसी कनेक्शन लिया जा सकता है।
-आरएस त्रिपाठी, डीजीएम प्लानिग, बीएसएनएल कानपुर वाईमैक्स खराबी पर नहीं मिला था कोई आरएफ आवेदन
रनियां औद्योगिक क्षेत्र में केनरा, सिडीकेट व बैंक ऑफ इंडिया बैंक शाखा में वाईमैक्स कनेक्शन है। इसके साथ ही अन्य 15 वाईमैक्स कनेक्शन हैं। बीटीएस की तकनीकी खामी से अगस्त व सितंबर 2019 में वाईमैक्स सेवा बंद रही थी। किसी बैंक या फिर निजी संस्थान की ओर से आरएफ यानी रेडियो फ्रीक्वेंसी कनेक्शन नहीं मिला था।