जलस्तर गिरा, कई हैंडपंप खराब, पानी के लिए मची हायतौबा
25 सरकारी हैंडपंप तथा 10 कुएं भी हैं जो पानी की सप्लाई के लिए नाकाफी साबित होते हैं। जलस्तर नीचे चला जाने से करीब 10 हैंडपंपों ने पानी देना बंद कर दिया है और छह कुएं पूरी तरह सूख चुके हैं। पानी की सप्लाई के लिए बनी टंकी पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है जो कभी भी ढह सकती है। टंकी का वाल्व खराब होने
संवाद सहयोगी, कदौरा : ग्राम भेंड़ी खुर्द गांव में लोग भीषण गर्मी में बूंद बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं। बेतवा की तलहटी में बसे इस गांव का हाल इस गर्मी में राजस्थान के रेगिस्तान से कम नहीं है। लोग एक-एक बाल्टी पानी के लिए जद्दोजहद करते नजर आ रहे हैं।
भेड़ी खुर्द गांव में झांसी डिवीजन जल संस्थान की इकाई भी स्थापित है। गांव की आबादी करीब चार हजार है। पेयजल के लिए 25 सरकारी हैंडपंप तथा 10 कुएं भी हैं, जो पानी की सप्लाई के लिए नाकाफी साबित होते हैं। जलस्तर नीचे चला जाने से करीब 10 हैंडपंपों ने पानी देना बंद कर दिया है और छह कुएं पूरी तरह सूख चुके हैं। पानी की सप्लाई के लिए बनी टंकी पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है, जो कभी भी ढह सकती है। टंकी का वाल्व खराब होने से इसमें पानी पर्याप्त मात्रा में नहीं भर पाता है जिससे सप्लाई बाधित होती है।
बेतवा का सीना छलनी कर रहीं मशीनों से गिरा जलस्तर
अनुसूचित जाति वर्ग बस्ती के चुन्नीलाल, छिद्दू, मुकुंदा, बालू, राजकुमारी, संपत देवी आदि ने कहा कि पानी के लिए हैंडपंपों पर कई-कई घंटे लाइन लगानी पड़ती है। गर्मी के मौसम में पानी की समस्या ने विकराल रूप धारण कर लिया है। उन्होंने कहा कि पास में ही बेतवा नदी और वहां पर पोकलैंड मशीनों से 70 फीट तक गहरे गड्ढे खोदकर मौरंग निकाल ली गयी है जिससे पूरे गांव के साथ आसपास के गांवों का जलस्तर नीचे चला गया है।
बोले जिम्मेदार
जल संस्थान के अवर अभियंता सभापति यादव का कहना है कि समस्या उनके संज्ञान में है आउटपुट वाल्ब में कुछ खराबी थी, जिसको सही करवाया जा रहा है। जल्द ही सप्लाई सुचारू रूप से चालू हो जाएगी।