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मंत्री जी की सेवा में अधिकारियों को बनाया वेटर व रसोइया

जागरण संवाददाता, कानपुर देहात: मंत्री जी को खुश करने के चक्कर में सहकारिता विभाग के सह

By JagranEdited By: Published: Tue, 10 Jul 2018 01:27 AM (IST)Updated: Tue, 10 Jul 2018 01:27 AM (IST)
मंत्री जी की सेवा में अधिकारियों को बनाया वेटर व रसोइया
मंत्री जी की सेवा में अधिकारियों को बनाया वेटर व रसोइया

जागरण संवाददाता, कानपुर देहात: मंत्री जी को खुश करने के चक्कर में सहकारिता विभाग के सहायक आयुक्त-सहायक निबंधक का पत्र विभाग के लिए किरकिरी का सबब बन गया। प्रोटोकाल निर्देशन के बाद जरूरी व्यवस्थाओं के लिए जारी इस निर्देश पत्र में अधिकारियों को वेटर व रसोइये का काम सौंपा गया। अब यह पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।

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गत पांच मई को विकास कार्यों की समीक्षा को लेकर जिले के प्रभारी मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा का कार्यक्रम निर्धारित था। मंत्री के स्वागत सत्कार के लिए सहकारिता विभाग के सहायक आयुक्त-सहायक निबंधक आरके गुप्ता ने एक पत्र जारी करते हुए निर्देश जारी किए थे। आदेश में मंत्री के लिए खाना परोसने से लेकर खाना ले जाने तक की लिखित रूप से जिम्मेदारी सौंपी गई थी। पद के दायित्व और मर्यादा से इतर अधिकारी सेवा में लगे रहे। पांच जुलाई को यह पत्र सोशल मीडिया में वायरल हो गया। इसके बाद विभाग और संबंधित मंत्री पर कई टिप्पणियां हो रही हैं। इंसेट)

इनकी लगी थी ड्यूटी

सहकारिता विभाग के एडीओ अमरौधा सत्येंद्र कुमार मिश्र और एडीओ मलासा सत्यम को मंत्री महोदय के डाइ¨नग टेबल पर नाश्ता और खाना सर्व करने और आवश्यकता की चीजें तत्काल मंगवाने की जिम्मेदारी दी गई। एडीसीओ रसूलाबाद सुशील कुमार ¨सह और एडीसीओ झींझक फूलचंद्र को रसोई से मंत्री के कमरे तक नाश्ता और खाना पहुंचाने का दायित्व मिला था। एडीसीओ मैथा मनोज यादव और लेखाकार शैलेंद्र श्रीवास्तव के पास रसोई में नाश्ता और खाना तैयार रखने की जिम्मेदारी थी। उन्हें सामान लेने आने वाले को चीजें उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी थी। अपर सांख्यिकीय अधिकारी अर¨वद कुमार ¨सह और एडीसीओ सिकंदरा रामप्रकाश के पास मंत्री जी के स्टाफ और समर्थकों को भर पेट नाश्ता करवाने का जिम्मा था। सचिव सहयोगी करन ¨सह और अजीत के पास इन्हीं समर्थकों के कमरे तक नाश्ता पहुंचाने की जिम्मेदारी थी। 'सहकारिता मंत्री के प्रोटोकाल के बाद संबंधित पत्र यहीं से तैयार करवाया गया था। बाद में इसका दूसरे दिन खंडन जारी कर दूसरा पत्र भी जारी किया गया था।'

- आरके गुप्ता, सहायक आयुक्त एंव सहायक निबंधक सहकारिता, कानपुर देहात।

'सोशल मीडिया पर वायरल हुए लेटर को तो देखा है। किसने जारी किया है, इस संबंध में विभाग से जानकारी करेंगे।'

- केदारनाथ ¨सह, सीडीओ कानपुर देहात।


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