जिम्मेदारों की अनदेखी से सड़कों पर टूटते यातायात के नियम
जागरण संवाददाता कानपुर देहात सुगम व सुरक्षित यातायात के लिए परिवहन विभाग व पुलिस की ओर
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : सुगम व सुरक्षित यातायात के लिए परिवहन विभाग व पुलिस की ओर से सड़क सुरक्षा सप्ताह के साथ ही यातायात माह मनाया जाता है, लेकिन इसके बाद भी यातायात नियमों की धज्जियां उड़ रही हैं। जिम्मेदारों की अनदेखी से सड़कों पर बिना हेलमेट, सीट बेल्ट के क्षमता से अधिक भार लेकर फर्राटा भरते वाहन हादसों का कारण बन रहे हैं।
यातायात नियमों की अनदेखी के कारण जिले में सड़क हादसों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इटावा-कानपुर हाईवे, कानपुर-झांसी हाईवे के साथ ही कस्बा व ग्रामीण क्षेत्रों में मौजूदा वर्ष में 433 सड़क हादसे हुए हैं, जिसमें 233 लोगों ने अपनी जान गंवा दी है। यह स्थिति तब है जब पुलिस व परिवहन विभाग की ओर से सड़क सुरक्षा सप्ताह के साथ ही सड़क सुरक्षा माह मनाया जाता है, जिसके तहत लोगों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करने के साथ ही कार्रवाई भी की जाती है। वर्ष 2020 में अप्रैल से अक्टूबर तक बिना सीट बेल्ट व हेलमेट के 2648 लोगों का चालान किया गया। वहीं ओवरलोड 1067 वाहनों का चालान कर राजस्व में बढ़ोतरी जरूर की गई, लेकिन औपचारिकता मात्र साबित हो रहे अभियान की हकीकत यह है कि सड़कों पर नियमों की अनदेखी कर फर्राटा भरते वाहन हादसों की वजह बन रहे हैं। इतना ही नहीं जिम्मेदार ही नियमों की अनदेखी करने से नहीं चूक रहे है। पुलिसकर्मी बिना हेलमेट व सीट बेल्ट के वाहन दौड़ा रहे हैं, जबकि बाइक पर तीन सवारी लेकर चल रहे हैं। ऐसे में प्रभावी कार्रवाई की कल्पना भी बेमानी लग रही है। एआरटीओ प्रशासन मनोज वर्मा ने बताया कि सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत लोगों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक किया जाता है। इसके साथ ही विभाग की ओर से नियमित चेकिंग भी की जाती है, जिसमें नियमों की अनदेखी करने वाले वाहन चालकों के खिलाफ कार्रवाई होती है। अप्रैल से अक्टूबर में हुई कार्रवाई
बिना हेलमेट व सीट बेल्ट - 2648 चालान
ओवरलोड - 1067 चालान
मोबाइल फोन - 78 चालान
बस - 158 चालान
अन्य - 90 चालान