अनलॉक पर भी सीएनजी बसों का नहीं खुला लॉक
जागरण संवाददाता कानपुर देहात कानपुर देहात से कानपुर नगर के साथ मूसानगर घाटमपुर त
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात: कानपुर देहात से कानपुर नगर के साथ मूसानगर, घाटमपुर तथा अन्य ग्रामीण इलाकों तक पहुंचने के लिए सीएनजी बसों का सहारा रहता था। कोरोना संक्रमण काल के कारण तीन माह से बसें पूरी तरह से ठप हैं। इधर लॅाकडाउन में राहत मिली तो लोगों को उम्मीद जागी थी कि शायद सीएनजी बसों का लॉक भी खुल जाएगा पर ऐसा हुआ नहीं। अभी भी बसों के न चलने से लोग मजबूरी में अपनी जान जोखिम में डाल कर डग्गामार वाहनों से सफर कर रहे हैं।
कोरोना संक्रमण के दौरान शासन की ओर से किए गए लॉक डाउन में सीएनजी बसों के आवागमन को प्रतिबंधित कर दिया गया था। आमजन की समस्याओं को देखते हुए बाद में शासन की ओर से राहत देते हुए आटो, ई रिक्शा सहित अन्य रोडवेज बसों को भी नियमों का पालन करते हुए चलाने की अनुमति दे दी गई। इसके बाद उम्मीद थी कि शायद सीएनजी बसों का लॉक भी खुल जाएगा पर अभी तक नहीं खुल सका है। अकबरपुर इन बसों से करीब पांच सौ से अधिक लोग हैं। इसमें दूधिए, नौकरी पेशा के साथ लखनऊ तथा अन्य शहरों तक जाने के लिए भी इन्हीं बसों का सहारा लेते हैं। किसान भी परेशान
सीएनजी बसों के माध्यम से रसूलाबाद, रूरा, झींझक के किसान तथा आम जनता अकबरपुर पहुंचते हैं। यहां सब्जी लाना, सामान लाना ले जाना आदि बहुत आसान होता है। रूरा के किसान रामसजीवन, जगन्नाथ, मुइनुद्दीन आदि कहते हैं कि हम लोगों को आवागमन का साधन न मिलने से सब्जी का कारोबार बर्बाद हो चुका है। कानपुर से नहीं आ पा रहा माल
अकबरपुर के दीपू सेठ, संजय आदि ने बताया कि सीएनजी बसों के माध्यम से हम व्यापारी लोग माल खरीदने के लिए जाते हैं। इनके संचालन न होने से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पिछले दिनों डीएम को एक पत्र भी दिया गया है। बसों का परमिट नहीं होने से दिक्कत आ रही है, इसके बिना संचालन मुश्किल है, इसके लिए कमिश्नर को पत्र लिखा गया है।
राकेश अग्रवाल, एआरएम सिटी बस