स्टाफ ही मरीजों को भेज रहा निजी अस्पताल
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात: डीएम ने भी मान लिया कि सरकारी अस्पताल का स्टाफ ही प्राइवे
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात: डीएम ने भी मान लिया कि सरकारी अस्पताल का स्टाफ ही प्राइवेट अस्पतालों से मिला है। मरीज और प्रसूताओं को वहां भेजा जाता है। डीएम ने सख्त निर्देश दिये कि स्वास्थ्य व्यवस्थाओं पर सुधार लाएं, प्रसूताओं की सुविधाओं पर ध्यान दें और उनकी संख्या भी बढ़ाएं। स्वास्थ्य संबंधी बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी राकेश कुमार ¨सह ने सीएमओ सहित पुरूष व महिला सीएमएस व एमओआईसी को निर्देश दिये। कहा, जनपद के सभी सीएचसी, पीएचसी तथा जिला अस्पताल, महिला अस्पताल में स्वास्थ्य संबंधी व्यवस्थाओं को दुरस्त रखें।
डीएम ने कहा, मूलभूत जीवन रक्षक दवायें तथा मूलभूत सुविधायें की कमी कहीं न होने दें। संसाधनों की पूर्ति के साथ ही कार्यों में प्रगति भी लाएं। जिन एमओआईसी की प्रगति रिपोर्ट लक्ष्य के अनुरूप नहीं है उनके खिलाफ सीएमओ कार्रवाई करें। लक्ष्य के अनुरूप प्रगति लाने के निर्देशित भी दें। सबसे ज्यादा खराब प्रगति डेरापुर एमओआईसी की दिखी। जिस पर उन्हें कड़ी चेतावनी देते हुए सुधार के निर्देश दिये। आशा के चयन में गंभीरता न लेने पर भी कड़ी चेतावनी दी। कहा कि जल्द से जल्द आशा का चयन हो जाना चाहिए। राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन कार्यक्रम 2018 के तहत 14 से 18 नवंबर तक चलाया जायेगा। जिसमें 16 नवंबर तक कार्यक्रम पूर्ण किया जायेगा।
स्वास्थ्य समीक्षा में पाया गया कि जिला अस्पताल में कम प्रसव हो रहे हैं, तथा जिला अस्पताल के स्टाफ की मिलीभगत से प्राइवेट अस्पतालों में भेज रहे हैं। महिला सीएमएस को सख्त निर्देश दिये कि जिला अस्पताल में प्रसव की संख्या बढ़ायें तथा जहां कहीं भी मिली भगत हो रही है उसकी कड़ी निगरानी करें। टीकाकरण के कार्यों में किसी भी स्तर पर शिथिलता न बरती जाए। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी महेन्द्र कुमार राय, सीएमओ डा. हीरा ¨सह, अपर सीएमओ डा. बीपी ¨सह, डीडीओ अभिराम त्रिपाठी, जिला कार्यक्रम अधिकारी राकेश यादव, सीएमएस मेल जिला अस्पताल डा. रामबाबू गुप्ता आदि रहे।