छोटी-छोटी आदतों को बदलकर बचाएं अनमोल पानी
जागरण संवाददाता कानपुर देहात पानी बचाने के लिए जरूरी नहीं है कि आप कोई बड़ा प्रयास ह
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : पानी बचाने के लिए जरूरी नहीं है कि आप कोई बड़ा प्रयास ही पहले शुरू कर दें। छोटे-छोटे प्रयास से हम अनमोल पानी को बचा सकते हैं। रोजमर्रा न जाने सुबह से शाम तक हम अपनी आदत से पानी को बर्बाद कर देते हैं।
लगातार गिर रहे भूगर्भ जलस्तर के कारण समय की मांग है कि चेत जाएं और हम पानी बचाने की तरफ बेहद सजग रहें। लोग सबमर्सिबल पंप चलाने के बाद भूल जाते हैं कि टंकी भर चुकी है और कई लीटर पानी नीचे गिरकर बर्बाद हो जाता है। इसी तरह ब्रश करते समय नल खुला छोड़ने की आदत भी सुधारनी चाहिए वरना यह थोड़े-थोड़े पानी की बर्बादी बहुत खतरनाक होगी। इसी तरह घर पर शेव करते समय भी लोग नल को खुला छोड़ देते हैं और पानी बहता ही रहता है, इस दौरान बिल्कुल भी नहीं सोचते कि नल को बंद कर दिया जाए। लीकेज पाइप लाइन कहीं हो चाहे घर या बाहर अगर वह लीकेज दिख रही तो उसे नजरअंदाज न करें। यहीं से जीवनदायी पानी बर्बाद होकर बह जाएगा। वाटर प्यूरीफायर से निकलने वाले पानी को बाल्टी या टब में जमा कर लें और इसे कपड़ा धुलने, पोछा लगाने के अलावा बाकी घरेलू काम में लाया जाए। सरला द्विवेदी महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अनिल द्विवेदी कहते हैं कि अगर सुबह से रात तक के रोजमर्रा की आदतों में ही हम बदलाव कर लें तो काफी पानी सामूहिक प्रयास के जरिए बचाया जा सकता है। आज जरूरत है कि लोग जाग जाएं वरना पानी किल्लत के लिए दूसरे शहर व देशों की तरह जूझना पड़ सकता है।