हाईवे की रफ्तार पर मवेशियों का राज
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात: सामने कोहरा है, उसकी धुंध के बीच क्या है पता नहीं, ऐसे
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात: सामने कोहरा है, उसकी धुंध के बीच क्या है पता नहीं, ऐसे में रफ्तार पर कब अचानक कोई मवेशी ब्रेकर बन कर आ जाए पता नहीं। कानपुर-इटावा औरैया हाईवे पर इस समय अन्ना मवेशियों के झुंड के झुंड नजर आ रहे हैं। आए दिन यह हादसे का कारण भी बनते हैं।
कोहरे की घनी चादर के बीच हाईवे पर रफ्तार से जा रहे वाहनों के सामने कब कोई मवेशियों का झुंड सामने आ जाए कह नहीं सकते। आवारा मवेशियों की संख्या बढ़ने और उनके गांव से निकल कर सड़कों पर आ जाने से खतरा और बढ़ गया है। रनियां से लेकर मुंगीसापुर, रायपुर तक इनकी संख्या अधिक दिख जाती है। जिले में एक समय सवा लाख के करीब अन्ना मवेशी हैं।
हाईवे है तो क्या जरा संभल कर चलिए न जाने कौन से कट से मवेशी निकल कर सामने आ जाएं। रनियां के विसायकपुर, रायपुर, कस्बा में अधिक मवेशी दिखते हैं। मुंगीसापुर के पास भी मवेशियों का खतरा रहता है।
अब तक हुए हादसे
एक जनवरी से लेकर अब तक आधा दर्जन घटनाएं हुईं।
एक जनवरी को भोगनीपुर क्षेत्र के महेरा गांव के पास बाइक मवेशी से भिड़ी, दो लोग जख्मी। पांच जनवरी को सट्टी थाना क्षेत्र के पास रोडवेज बस ट्राला से टकराई। तीन लोग घायल।
10 जनवरी को हाईवे पर पर मवेशी से दो एंबुलेंस टकराईं। 13 जनवरी को रनियां में मवेशियों के कारण दो वाहन आपस में टकराए। इसी दिन मवेशी से टकराए बाइक सवार की इलाज के दौरान मौत। 14 जनवरी को उमरियां गांव के पास बाइक टकराने से युवक की मौत।