गड्ढों में गुम हो गई भाऊपुर की सड़क
संवाद सूत्र शिवली प्रतापपुर से भाऊपुर की सड़क
संवाद सूत्र, शिवली : प्रतापपुर से भाऊपुर की सड़क गड्ढे में तब्दील हो चुकी है। तीन किलोमीटर की इस सड़क पर लोग हिचकोले खाते हुए सफर करते हैं। हालत ऐसी हो गई है कि डामर तक उखड़ चुका है, ऐसे में यह सड़क कब बनेगी इसका सभी को इंतजार है।
वर्ष 2011 में लोक निर्माण विभाग द्वारा प्रतापपुर गांव के पास रामगंगा नहर पटरी से तीन किलोमीटर दूर स्थित भाऊपुर रेलवे स्टेशन तक करीब एक करोड़ रुपये की लागत से सड़क का निर्माण कराया गया था, जिससे क्षेत्र के प्रतापपुर, ढिकिया, ककरमऊ, हरिकिशनपुर, भीखर, नौबस्ता आदि गांवों के लोगों को भाऊपुर रेलवे स्टेशन आने-जाने में सुविधा मिल रही थी, लेकिन मौजूदा समय में सड़क से डामर का नामोनिशान मिट गया है। जगह-जगह हुए बेतरतीब गड्ढों में आए दिन दोपहिया वाहन सवार गिरकर घायल होते रहते हैं। बड़े वाहनों को डर लगा रहता है कि कब वाहन पलट जाए। ग्रामीणों की मांग है कि इस सड़क को जल्द बनवाया जाए। जब सड़क बनी थी तो भाऊपुर बाजार आने-जाने में बहुत ही आसानी मिलती थी, लेकिन इन दिनों सड़क पर हुए बेजा गड्ढों के कारण लोगों को भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है।
शिवदीप सिंह
तीन किलोमीटर तक सड़क पूरी तरह गड्ढों में तब्दील हो गई है। बाइक से आने में पहले तो 5 मिनट ही लगते थे अब आधे घंटे का समय बर्बाद होता है।
राजपाल लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों द्वारा सड़क के बनते समय अगर ध्यान दिया गया होता तो सड़क इतनी जल्दी खराब नहीं होती। हमेशा हादसे का डर लगा रहता है।
उमाकांत सबसे अधिक दिक्कत बरसात में हो रही है। जरा सी बारिश होने पर इस सड़क में जगह-जगह जलभराव तथा दलदल हो जाता है, जिनमें गिरकर लोग घायल होते रहते हैं।
रामकुमार