रनियां ओवरब्रिज को है मंजूरी का इंतजार
जागरण संवाददाता कानपुर देहात रनियां में कानपुर-इटावा हाईवे पर ओवर ब्रिज का प्रस्ताव ह
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : रनियां में कानपुर-इटावा हाईवे पर ओवर ब्रिज का प्रस्ताव है। 122 करोड़ रुपये की लागत के विस्तृत प्राक्कलन को वित्तीय मंजूरी नहीं मिल सकी है। ऐसे में लगभग हर रोज हाईवे पर हादसा होता है।
अकबरपुर तहसील का रनियां कस्बा कानपुर-इटावा हाईवे के दोनों ओर बसा है। औद्योगिक क्षेत्र होने के साथ ही यहां प्रमुख बाजार, सरकारी व निजी क्षेत्र के कार्यालय हैं। स्कूल व कॉलेज भी हैं इससे हाईवे के दोनों ओर की बस्ती के लोगों का दूसरी तरफ आना जाना रहता है। इधर, हाईवे की कानपुर व इटावा लेने पर फर्राटा भर रहे वाहन दुर्घटना की वजह बनते हैं। हालात ये हैं कि रनियां में हाईवे पर हादसे आम हैं। इन हादसों को रोकने के लिए एनएचएआइ यहां ओवर ब्रिज बनाना चाहती है। हालाकि अब तक प्रस्ताव को मंजूरी के बाबत निर्णय आना शेष है। ओवर ब्रिज निर्माण के लिए स्थल का चयन होने के साथ ही अतिक्रमण भी चिह्नित हो गए हैं। प्रस्ताव को वित्तीय मंजूरी अटकी होने से ओवरब्रिज बनाए जाने को लेकर संशय बरकरार है। दिसंबर 2017 में भेजा गया था प्रस्ताव
रनियां में ओवरब्रिज निर्माण के लिए दिसंबर 2017 में एनएचएआई कानपुर के परियोजना निदेशक ने विस्तृत प्राक्कलन तैयार कर चेयरमैन भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण मुख्यालय नई दिल्ली को भेजा था। इसके बाद से प्रस्ताव पर ठंडे बस्ते में पड़ा है। नहीं हट सके अतिक्रमण
रनियां में एनएचएआइ की ओर से 118 अतिक्रमण चिह्नित किए गए थे। ये अतिक्रमण भी ओवरब्रिज की राह में रोड़ा हैं। एनएचएआइ के हाईवे ऑपरेशन अधिकारी ने बताया कि हाईवे की सीमा क्षेत्र से अतिक्रमण हटाने का लोगों को अल्टीमेटम दिया गया है। कुछ ने कब्जे हटाए हैं फिर भी पूरी तरह से चिह्नित एरिया में अतिक्रमण नहीं हट सका है। प्रस्ताव अनुमोदन की जानकारी प्राप्त नहीं हो सकी है। अनुमोदन प्राप्त होने के उपरांत की ओवरब्रिज निर्माण का काम शुरू हो सकेगा।
- विवेक पांडेय, हाईवे ऑपरेशन ऑफीसर