बंदियों ने निरोगी रहने को लिया योग का सहारा
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात: मानसिक एवं नैतिक सुधार के साथ शारीरिक विकास के उद्देश्य
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात: मानसिक एवं नैतिक सुधार के साथ शारीरिक विकास के उद्देश्य से पतंजलि संस्थान द्वारा माती कारागार में बंदियों को योग कराया गया। इस दौरान जेल अफसरों और कर्मचारियों के अलावा जेल में निरुद्ध 565 बंदियों ने योग में हिस्सा लिया। योगाचार्य ने सभी को योगाभ्यास कराया।
मंगलवार को जिला कारागार माती में पंतजलि संस्थान के आचार्य प्राणदेव अग्निहोत्री ने माती जेल पहुंच कर योग शिविर लगाया। इस दौरान जेल में बंद 565 बंदियों, बंदी रक्षकों, जेल अफसरों ने एक साथ जेल परिसर में योगाभ्यास किया। योगाभ्यास के दौरान योगाचार्य ने कपालभाति, अनुलोम-विलोम प्रणायाम के साथ अन्य तरह से सभी को योगाभ्यास कराया। इस दौरान उन्होंनें कहा कि योग के जरिए न सिर्फ बीमारियों का निदान किया जाता है, बल्कि इसे अपनाकर कई शारीरिक और मानसिक तकलीफों को भी दूर किया जा सकता है। योग प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाकर जीवन में नव-ऊर्जा का संचार करता है। योग को शुरुआत में कपालभाति करने के बहुत सारे फायदे हैं। इसको करने से मोटापा, सांस की बीमारी, बालों की समस्याओं में फायदा होता है। अगर आप अस्पताल और दवाइयों से छुटकारा चाहते हैं तो यह योग सभी को करना चाहिए। अनुलोम-विलोम प्रणायाम करने से गंभीर बीमारियों से छुटकारा मिलता है। इस दौरान जेल अधीक्षक अरुण प्रताप ¨सह, जेलर कुश कुमार ¨सह, डिप्टी जेलर राजेश कुमार राय, पृथ्वीपाल ¨सह, ब्रजकिशोर सोनवानी, सूरज ¨सह, आदि रहे।