पर्यावरण प्रदूषण को देखते हुए नियमों में 'आग' लगा खुलेआम जला कूड़ा
पर्यावरण प्रदूषण को देखते हुए नियमों में आग लगा खुलेआम जला कूड़ा
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात: पर्यावरण संरक्षण को लेकर शासन के सख्त निर्देशों को देखते हुए जिला प्रशासन की ओर से गत दिवस कूड़ा व पराली न जलाने के निर्देश जारी किए गए थे साथ ही पराली व कूड़ा जलाने वालों पर जुर्माने के साथ ही कार्रवाई के आदेश भी दिए गए थे, लेकिन इसके बाद भी अकबरपुर-रूरा मार्ग पर मुक्तापुर गांव के पास लोगों ने खुलेआम कूड़े के ढेर में आग लगा दी।
बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए शासन की ओर से नियंत्रण के आदेश दिए गए थे। साथ ही नियमों का उल्लंघन करने पर कार्रवाई के निर्देश भी थे। जिसे देखते हुए जिला प्रशासन की ओर से किसानों को पराली जलाने पर रोक लगा दी गई थी। साथ ही सेटेलाइट के माध्यम से इस पर निगरानी भी रखी गई और पराली जलाने के मामले में 53 किसानों को नोटिस देकर कार्रवाई की गई। जबकि आमजन को जागरूक करने के लिए प्रशासन की ओर से पोस्टर, बैनर, वाल पेंटिग सहित अन्य संचार माध्यमों के द्वारा संदेश भी दिया गया। गत दिवस जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने ऐसे मामलों में सख्ती बरतने के निर्देश दिए थे। साथ ही नगर पंचायतों, तहसील सहित अन्य प्रशासनिक अमले को इसकी निगरानी की जिम्मेदारी सौंपी थी, लेकिन उसके अगले दिन ही अकबरपुर-रूरा मार्ग पर मुक्तापुर गांव के पास खुलेआम कूड़े के ढेर में आग लगा दी। कचरे के ढेर में आग लगने से जहां प्रदूषण बढ़ा वहीं धुएं के कारण वहां से गुजरने वाले वाहन चालकों को भी समस्या का सामना करना पड़ा जबकि तेज गति में कई दोपहिया वाहन दुर्घटनाग्रस्त होने से भी बचें। उद्यम भी दे रहे प्रदूषण को बढ़ावा
जिले में रनियां व जैनपुर औद्योगिक क्षेत्र है, जहां 450 से अधिक छोटी-बड़ी फैक्टरी संचालित हैं। लेकिन कई फैक्टरी की ओर से मानकों की अनदेखी कर वायु व जल प्रदूषण को बढ़ावा दे रहे हैं। इससे न केवल स्थानीय बल्कि आसपास के लोगों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। प्रदूषण के कारण हो रही समस्याओं को देखते हुए स्थानीय लोगों की ओर से कई बार शिकायत की गई, लेकिन प्रशासनिक उदासीनता के चलते स्थिति ज्यों की त्यों है।
बोले जिम्मेदार
इस संबंध में जानकारी नहीं है, मामले की जांच कराकर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी- पंकज कुमार, एडीएम प्रशासन कूड़ा जलाने को लेकर नगर पंचायत की ओर से कार्रवाई व जुर्माना किया जाता है जबकि फैक्टरियों को लेकर अब तक ऐसी कोई शिकायत सामने नहीं आई है।
आनंद कुमार, क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी