जिला अस्पताल मरीजों से फुल, सीएमओ से मांगे दो विशेषज्ञ डॉक्टर
दो माह के लिए बाल रोग विशेषज्ञ व जनरल फिजीशियन संबद्ध करने की मांग
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात: मानसूनी बारिश के बाद गांव-गांव बुखार, उल्टी-दस्त व अन्य संक्रामक रोगियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। जिला अस्पताल में इस समय हर रोज एक हजार से अधिक रोगियों की भीड़ उमड़ रही है और लंबी-लंबी लाइनें लग रही हैं। रोगियों की बढ़ती संख्या देख सीएमएस ने दो माह के लिए बाल रोग विशेषज्ञ व जनरल फिजीशियन को संबद्ध करने की मांग सीएमओ से की है।
इन दिनों पल-पल बदल रहे मौसम के मिजाज से संक्रामक रोगों ने भी तेजी से पांव पसारे हैं। इसके चलते जिला अस्पताल में मलेरिया बुखार, वायरल और उल्टी-दस्त के रोगियों की संख्या बढ़ी है। जिला अस्पताल के रजिस्टर पर निगाह डाली जाए, तो आम दिनों में तकरीबन छह सौ मरीज आते हैं, लेकिन इस समय रोजाना लगभग एक हजार से अधिक मरीज आ रहे हैं। इसमें ज्यादातर बुखार व उल्टी-दस्त के रोगी हैं। उधर जिला अस्पताल का हाल यह है कि रोगियों की संख्या तो तेजी से बढ़ रही है, लेकिन डॉक्टरों की कमी हो गई है। मंगलवार को जिला अस्पताल में सिर्फ सात डॉक्टरों ने ओपीडी संभाली। ज्यादातर ओपीडी कक्षों में ताले झूलते रहे। विशेषज्ञ डॉक्टरों के न मिलने से रोगियों को बिना उपचार कराए वापस लौटना पड़ा। सबसे ज्यादा समस्या बाल रोग विशेषज्ञ की ओपीडी में है। यहां सबसे अधिक तकरीबन हर रोज करीब 150 बच्चे बीमारी से ग्रसित होकर पहुंच रहे हैं। मंगलवार को हालत यह थी कि वायरल, डायरिया आदि से पीड़ित बच्चों को दिखाने के लिए लोग लंबी कतार लगी होने से घंटों फर्श पर ही बैठकर नंबर आने का इंतजार करते रहे। इसके बाद जनरल फिजीशियन ओपीडी में मरीजों की मारामारी रही। बारिश के बाद संक्रामक रोग पनप रहे हैं। ओपीडी में हर रोज एक हजार से अधिक मरीज आ रहे हैं। दो माह के लिए बाल रोग विशेषज्ञ व जनरल फिजीशियन को जिला अस्पताल से संबद्ध करने की मांग सीएमओ से की जा रही है। ताकि आने वाले मरीजों को उपचार मिल सके।
-डॉ. आरए मिर्जा (सीएमएस जिला अस्पताल)