रनियां में 27 दिन से ठप है वाइमैक्स सेवा, तीन बैंकों, सरकारी व निजी कार्यालयों में नहीं हो रहा काम
तीन बैंकों सरकारी व निजी कार्यालयों में काम प्रभावित बीएसएनएल दे रहा रेडियो फ्रीक्वेंसी कनेक्शन का विकल्प महंगी है रेडियो फ्रीक्वेंसी सेवा
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : बीएसएनएल की बेतार इंटरनेट सेवा यानी वाईमैक्स सेवा रनियां में 27 दिन से ठप है। तीन बैंकों, सरकारी व निजी कार्यालयों में इंटरनेट ठप है। बीएसएनएल बैंकों को आरएफ यानी रेडियो फ्रीक्वेंसी कनेक्शन कराने को कह रहा है लेकिन ये सेवा महंगी है इसको लेकर अब तक किसी ने आवेदन नहीं किया है।
बीएसएनएल सरकारी क्षेत्र की संचार कंपनी है। जिन क्षेत्र में भूमिगत ओएफसी नहीं है उनके लिए वाईमैक्स सेवा इंटरनेट का बेहतर विकल्प है। बीटीएस से एंटीना के जरिए नेटवर्क मिलते हैं। इंटरनेट गति काफी तेज होती है जिससे ऑनलाइन काम में सहूलियत होती है। जिले में माती, सिकंदरा, पुखरायां व रनियां में वाईमैक्स बीटीएस लगे हैं। लगभग दस किमी की रेंज में वाईमैक्स नेटवर्क काम करते हैं। अलबत्ता वाईमैक्स सेवा पर विभाग ध्यान नहीं दे रहा है। कल्याणपुर, कानपुर एक्सचेंज में वाईमैक्स विग के दफ्तर को बंद कर दिया गया है। ऐसे में जो फाल्ट आ रहे हैं वह दुरुस्त नहीं हो रहे हैं। रनियां में तीन बैंक, सरकारी व निजी कार्यालयों को मिलकर कुल 15 वाईमैक्स कनेक्शन हैं जबकि जिले में कुल 40 वाईमैक्स कनेक्शन हैं। रनियां बीटीएस में 14 अगस्त को खामी आ गई थी। अब तक इसे दुरुस्त नहीं कराया जा सका है। ऐसे में 27 दिन से वाईमैक्स सेवा ठप है। संचार अफसरों ने माइक्रोवेव एंटीना से रेडियो फ्रीक्वेंसी का विकल्प बैंको को दिया है लेकिन ये तकनीकी महंगी होने से किसी बैंक ने आवेदन नहीं किया है। महंगा है रेडियो फ्रीक्वेंसी कनेक्शन
वाईमैक्स कनेक्शन पर लगभग पांच हजार रुपये तक का खर्च आता है। यहां केनरा, सिडीकेट व बैंक ऑफ इंडिया बैंक शाखा में वाईमैक्स कनेक्शन है। जबकि माइक्रोवेव एंटीना से रेडियो फ्रीक्वेंसी लेने के लिए शुरुआत में 90 हजार रुपये एकमुश्त जमा करना होता है। कनेक्शन के लिए इतनी बड़ी राशि किसी संस्था के लिए वहन करना आसान नहीं है। इसी का असर है कि रनियां की किसी बैंक से रेडियो फ्रीक्वेंसी लेने का आवेदन बीएसएनएल को नहीं मिला है। रनियां वाईमैक्स बीटीएस तकनीकी खामी से बंद है। कुछ जरूरी उपकरणों का इंतजाम किया जाना है। बैंक चाहें तो रेडियो फ्रीक्वेंसी कनेक्शन ले सकते हैं। इसके लिए अधीनस्थ संचार अफसरों को निर्देशित किया गया है।
दिनेश अवस्थी, डीजीएम बीएसएनएल कानपुर