कलेक्ट्रेट में टिकैत के नाम पर बने भवन
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : शनिवार को कलेक्ट्रेट परिसर में भाकियू कार्यकर्ताओं ने
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : शनिवार को कलेक्ट्रेट परिसर में भाकियू कार्यकर्ताओं ने बढ़ी विद्युत दरों की वापसी, बकाया भुगतान, सभी प्रकार का कर्ज माफी व स्थानीय मालभाड़ा परियोजना में अधिग्रहीत भूमि का बाजार कीमत पर मुआवजा देने की मांग को लेकर धरना दिया। साथ ही 11 सूत्रीय समस्याओं के निराकरण के लिए किसानों ने आरपार की लड़ाई का एलान किया है।
हरिद्वार में जून माह में महापंचायत में किसान समस्याओं को लेकर जिला मुख्यालयों पर अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन की रणनीति बनी थी। इसी क्रम में शनिवार को भाकियू जिलाध्यक्ष रशीद अहमद की अगुवाई में किसानों ने कलेक्ट्रेट परिसर में धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। जिलाध्यक्ष ने धरने में कहा कि मालभाड़ा परियोजना में जिले के रैपालपुर, भटुआमऊ, ¨सहपुर, सबलपुर, भीखर, चैनपुर व गड़रियनपुरवा समेत दर्जन भर गांवों के किसानों की भूमि अधिग्रहीत की गई है। किसानों ने भूमि की बाजारू कीमत का मुआवजा, आश्रितों को नौकरी की मांग को अनसुना कर दिया गया है। इधर स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशें लंबित हैं। गन्ना बिक्री कर किसान भुगतान के लिए भटक रहा है। किसानों को गेहूं का भुगतान नहीं हो सका है। टेल तक पानी नहीं पहुंच रहा है। बिजली की बढ़ी दरें वापस नहीं ली गई हैं। ऐसे में किसान समस्याओं से घिरा है। मांग की गई कि कलेक्ट्रेट परिसर में किसान नेता टिकैत के नाम पर भवन बनाया जाए। आवारा जानवरों से हो रहे किसानों को नुकसान के लिए कारगर प्रयास की भी मांग उठी। बाद में प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन डीएम कार्यालय में सौंपा। यहां पर अर्जुन ¨सह, राम ¨सह, सुरेंद्र ¨सह, देरराज,रामऔतार, सुनील दीक्षित, सलीम मंसूरी, अजीत चतुर्वेंदी रहे। जिलाध्यक्ष ने बताया कि मांगों के समर्थन में अनिश्चित कालीन धरना दिया जाएगा।