संवाद सहयोगी, झींझक। गौरी गांव में एक घटना ने शादी वाले घर के खुशी भरे माहौल में मातम में बदल दिया। बेटी की शादी के चार दिन पहले पिता ने फंदा लगाकर जान दे दी। उन्होंने ऐसा कदम क्यों उठाया स्वजन स्तब्ध है और कोई कारण समझ नहीं आ रहा।
मंगलपुर के गौरी गांव निवासी 45 वर्षीय अखिलेश दिल्ली में रहकर मजदूरी करते थे।
उन्होंने अपनी बेटी छाया का विवाह लछियामऊ औरैया निवासी विवेक से तय किया था। 28 अप्रैल को तिलक जाना था व 30 अप्रैल को शादी होनी है। घर में तैयारी चल रही थी और वह भी 15 दिन पहले यहां आ गए थे। गुरुवार देररात अखिलेश ने घर से कुछ दूरी पर आम के पेड़ पर रस्सी का फंदा लगाकर जान दे दी।
बेटी की डोली उठने से पहले ही पिता की अर्थी उठ गई। शुक्रवार सुबह स्वजन ने शव देखा तो होश उड़ गए। पत्नी सुमन व पुत्री छाया, पुत्र अभिषेक व प्रांशू का रोकर बुरा हाल हो गया। रोते हुए यही कह रहे थे कि हे भगवान यह कौन सा दिन दिखा दिया। खुशी भरे माहौल में मातम छा गया।
कुछ रिश्तेदार भी घर में मौजूद थे। स्वजन ने आर्थिक तंगी से भी इन्कार किया और बताया कि कुछ दिन पूर्व ही नई बाइक भी देने के लिए लेकर आए थे। मंगलपुर थाने की पुलिस ने जांच की, पूछताछ में परिवार ने आत्महत्या के कारण से इन्कार किया। थाना प्रभारी मंगलपुर देवेंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि कार्यवाही की गई है घटना का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है।