ठंडे बस्ते में गया एनएचएआइ का अतिक्रमण अभियान
ठंडे बस्ते में गया एनएचएआइ का अतिक्रमण अभियान
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : सुगम, सुरक्षित व दुघर्टना रहित यातायात व्यवस्था बहाल करने को लेकर एनएचएआइ की ओर से करीब दो माह पूर्व अतिक्रमणकारियों को चिह्नित कर नोटिस दिया गया था। निश्चित समय सीमा में अतिक्रमण न हटाने पर कार्रवाई का अल्टीमेटम दिया गया था, लेकिन दो माह बीतने के बाद एनएचएआइ का अभियान ठंडे बस्ते में चला गया है।
इटावा-चकेरी हाईवे के अंतर्गत कानपुर देहात सीमा में अकबरपुर, रनियां, रायपुर, मुंगीसापुर, सिकंदरा ही नहीं बल्कि हाईवे से सटे गांवों के आसपास दुकानदारों व अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठान संचालकों ने अवैध रूप से अतिक्रमण कर रखा है। हाईवे के किनारे एनएचएआइ की जमीन पर होटल, रेस्टोरेंट व अस्पताल संचालकों की ओर से जहां अवैध रूप से पार्किंग विकसित की गई है। हाईवे संकरा होने के कारण ही न केवल पैदल व दोपहिया बल्कि बड़े वाहन सवारों को भी आवागमन में समस्या का सामना करना पड़ता है जबकि हादसे का अंदेशा भी बना रहता है। सुगम व दुर्घटनारहित यातायात व्यवस्था बहाल करने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की ओर से स्थायी व अस्थायी अतिक्रमण करने वालों को चिह्नित करने के साथ दो माह पूर्व अकबरपुर कस्बे में करीब 80 लोगों को नोटिस दिया गया था साथ ही साथ ही अस्थायी शेड, राजमार्ग की जमीन का अस्थायी निर्माण, हल्के व भारी वाहनों के द्वारा अतिक्रमण सहित विभिन्न श्रेणी में हाईवे किनारे कब्जा करने वालों के निश्चित समय सीमा में अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन नोटिस के दो माह बाद भी हाईवे पर व्याप्त अतिक्रमण नहीं हट सका। हाईवे की जमीन पर कब्जा करने वालों को चेतावनी दी गई थी। इसके बाद नोटिस भी दिया गया, लेकिन प्रशासनिक सहयोग न मिलने के कारण अतिक्रमणकारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा सकी।
देवकीनंदन, पीडी एनएचएआइ एनएचएआइ की ओर से स्वत: लापरवाही बरती जा रही है। उनके कर्मचारी जिस दिन आ जाएंगे वहां प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी मौजूद रहेंगे।
आनंद कुमार सिंह, एसडीएम सदर