कृषि विभाग का फर्जी नियुक्ति पत्र थमा 32 लाख ठगे
जागरण संवाददाता कानपुर शहर में नौकरी के नाम पर पढ़े-लिखे बेरोजगार युवाओं को फंसाने वाले
जागरण संवाददाता, कानपुर : शहर में नौकरी के नाम पर पढ़े-लिखे बेरोजगार युवाओं को फंसाने वाले पिता-पुत्र का गिरोह सक्रिय है। अभी कुछ दिन पहले जूही में एसटीएफ ने ऐसा ही गिरोह पकड़ा। इसके बाद भी स्थानीय पुलिस जाग नहीं रही है। नजीता है कि कई महीनों से थाना-चौकी के चक्कर काट रहे ऐसे ही पीड़ितों को पुलिस घटना स्थल को लेकर इधर-उधर से दौड़ा रही है। एसएसपी अनंत देव तिवारी ने छात्रों को कार्रवाई का आश्वासन देते हुए जांच कोतवाली सीओ को सौंप दी है।
पुखरायां के ब्रजेश विक्रम, संदीप व दिलीप और गजनेर रतवा के सत्यजीत यादव के मुताबिक कानपुर देहात के जलालपुर देवराहठ के रहने वाले पिता-पुत्र ने कृषि विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर 32 लाख रुपया ठग लिए। आरोप है कि पिता-पुत्र ने नौकरी दिलाने की बात कह बर्रा गुंजन विहार निवासी एक युवक से बात करवाई। उसके बाद युवक के सोमदत्त प्लाजा स्थित कंसलटेंसी आफिस में बैठकर नौकरी दिलाने के नाम पर प्रतिव्यक्ति दस लाख रुपया मांगा। संदीप व दिलीप के भाई होने पर उनसे पंद्रह लाख की बात तय हुई और सबने मिलकर 35 लाख रुपया उन्हें दे दिया। इसके बाद लखनऊ ले जाकर परीक्षा व साक्षात्कार कराया। कुछ दिन बाद नियुक्ति पत्र देकर कुछ दिनों बाद ज्वाइन कराने की बात कही। जब कृषि आयात व निर्यात निगम में नियुक्ति के विषय में जानकारी ली तो पता चला नियुक्ति पत्र फर्जी है। तीनों लोगों से लगातार तगादा करने पर 15 लाख का चेक दिया और बांकी जल्द वापस करने को कहा। चेक बाउंस होने पर दोबारा तगादा करने पर जान से मारने की धमकी दी और कुछ दिन बाद आफिस व घर छोड़कर भाग निकले। कानपुर शहर व देहात की पुलिस एक दूसरे पर घटना स्थल को लेकर टरकाते रहे। कहीं सुनवाई न होने पर एसएसपी अनंतदेव से मिलकर गुहार लगाई।
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नौकरी के नाम पर ठगी मामले की जांच सीओ कोतवाली को सौंप दी गई है। जांच रिपोर्ट के आधार पर आरोपितों के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी।
अनंतदेव तिवारी, एसएसपी