भीगे धान को संभालना क्रय केंद्र प्रभारियों के लिए बना मुसीबत
जागरण संवाददाता कानपुर देहात बारिश में क्रय केंद्रों पर रखा किसानों का धान भीग गया था।
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : बारिश में क्रय केंद्रों पर रखा किसानों का धान भीग गया था। अब उसे खरीदने में क्रय केंद्र प्रभारियों की पसीने छूट रहे हैं। स्थिति यह है कि गीला धान सुखाने के लिए मंडी में ही किसानों ने तिरपाल फैला रखा है जबकि गीले धान की गुणवत्ता में गिरावट होने से केंद्र प्रभारी भी नुकसान की आशंका जता रहे हैं।
खरीद शुरू हुए एक माह से अधिक का समय गुजर चुका है, लेकिन खरीद की रफ्तार में खासी बढ़ोतरी अब तक नहीं हो सकी है। स्थिति यह है कि एक माह बाद भी अब तक तय लक्ष्य एक लाख मीट्रिक टन के सापेक्ष छह फीसद ही खरीद हो सकी है। अकबरपुर मंडी ही नहीं बल्कि रूरा, झींझक, पुखरायां सहित अन्य मंडियों में किसानों का धान भारी मात्रा में बिक्री के लिए जमा है। वहीं गत दिवस हुई बारिश में छाया की व्यवस्था न होने के कारण किसानों का खुले में रखा धान भीग गया था। अब उसे खरीदने के लिए केंद्र प्रभारियों को मशक्कत करनी पड़ रही है, क्योंकि भीगने के बाद धान की गुणवत्ता में गिरावट हो गई थी। वहीं रंग में परिवर्तन होने के साथ ही धान का करीब 5-7 फीसद दाना भी काला पड़ने के बाद सड़ गया है। ऐसे में धान की खरीदने में क्रय केंद्र प्रभारी व एजेंसी नुकसान की आशंका जता रहे हैं। भीगे धान को सुखाने के लिए अकबरपुर मंडी में किसानों ने तिरपाल डाल दिया है जबकि किसानों को नुकसान न हो इसके लिए पहले भीगे धान वाले किसानों को ही प्राथमिकता में रख खरीद की जा रही है। सरवनखेड़ा ब्लाक क्षेत्र के मंगटा गांव निवासी किसान सचिन बताते हैं कि 28 अक्टूबर को 50 क्विंटल धान बिक्री के लिए अकबरपुर मंडी लाया था, लेकिन अब तक खरीद नहीं हो सकी है। वहीं बारिश के बाद भीगने से धान की गुणवत्ता भी खराब हो रही है। उन्होंने बताया कि सूखने के बाद प्रभारी ने खरीदने का आश्वासन दिया है। बादल देख अटकी किसानों की सांस
आसमान में छाए बादलों को देख किसान सांसत में है। अकबरपुर मंडी में मौजूद किसानों ने रघुवीर, रामखिलावन सहित अन्य ने बताया कि मौसम बिगड़ने के आसार दिख रहे हैं। इस बार यदि धान भीग गया तो बड़ा नुकसान हो जाएगा। वह चाहते है कि जल्द ही खरीद हो जाए। सभी केंद्र प्रभारियों को विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। केंद्र पहुंचने वाले किसानों को समस्या न हो और उनका धान समय से खरीदा जाए इसकी व्यवस्था की गई है।
शिशिर कुमार, जिला विपणन अधिकारी