हाईवे पर अन्ना मवेशियों का हल्ला बोल, किसानों के लिए मुसीबत
हाईवे पर अन्ना मवेशियों का हल्ला बोल किसानों के लिए मुसीबत
संवाद सूत्र, रनियां: बिल सराया गोशाला में लगभग 170 गोवंश रखे गए हैं। इससे अधिक इसमें रख भी नहीं सकते। अब हालात यह हैं कि मजबूरी में यह गोवंश कहीं खेतों पर हल्ला बोल रहे हैं तो कहीं हाईवे पर डेरा जमाए हुए हैं। किसानों की परेशानी बढ़ने के साथ हाईवे पर वाहनों चालकों की भी समस्या बढ़ने लगी है।
इस समय क्षेत्र में काफी संख्या में अन्ना गोवंश हैं। अधिकतर हाईवे पर डेरा जमाए रहते हैं। सोमवार को रनियां कस्बे में हाईवे पर लगभग आधा सैकड़ा आवारा मवेशी आ गए। इन्हें देख राहगीर व कस्बावासी हैरत में पड़ गए। अचानक 50 से 60 मवेशियों को देख हाईवे पर चलने वाली गाड़ियां जहां की तहां रुक गईं। कुछ रेंगने लगीं, वहीं क्षेत्रीय किसानों ने जब इस नजारे को देखा तो मवेशियों को किनारे किया।
क्षेत्र के किसान रामू, श्याम बाबू, महेश, किशन प्रताप, बाबू, रामलाल ने बताया कि ये मवेशी कोई बाहर से लाकर छोड़ गया है। इस समय सबसे महत्वपूर्ण फसल गेहूं की है। इस पर इसका बेहद खराब असर पड़ेगा। किसानों ने बताया कि इससे पहले भी एक दो बार सैकड़ों की तादाद में आवारा पशु यहां पर आ गए थे जिन्हें अधिकारियों ने किसी तरह गोशाला भिजवाया था। अब वही स्थिति दोबारा हो गई है। बिल सराया गोशाला वह फतेहपुर रोशनाई कांजी हाउस में जगह पहले से ही फुल है। स्थिति से निपटने के लिए जिम्मेदार अधिकारियों को कुछ समझ में नहीं आ रहा है। किसानों का कहना है कि दूरदराज के क्षेत्र से पकड़कर लाए गए आवारा पशु यहां छोड़ दिए जाते हैं। यदि इस पर लगाम नहीं लगाई गई तो फसलें चौपट हो जाएंगी। किसानों ने बताया कि एक बीघे में करीब डेढ़ हजार रुपये का तार बांधने में लग रहा है ताकि जानवर अंदर न जा सके। इधर हाईवे पर इस तरह खुलेआम घूमने वाले इन आवारा जानवरों से हादसों का खतरा भी बढ़ता जा रहा है।
आसपास की गोशालाओं में जगह पहले से ही फुल है वहीं किसानों द्वारा सूचना मिली है कि कई सारे आवारा मवेशी कस्बे में आ गए हैं जिसके लिए टीम लगा दी गई है और उन्हें जल्द से जल्द कहीं शिफ्ट कराया जाएगा।
आनंद कुमार सिंह, एसडीएम सदर