क्रोमियम युक्त पानी दे रहे 20 हैंडपंप, हटाए जाएंगे
जल निगम ने डीपीआरओ को हैंडपंप हटवाने को पत्र लिखा खानचंद्रपुर में चिह्नित हैंडपंपों पर लगवाए गए लाल क्रास निशान
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात: अकबरपुर तहसील के खानचंद्रपुर में पानी के नमूनों में क्रोमियम पाए जाने पर 20 हैंडपंप हटाने की कार्रवाई शुरू की गई है। लाल क्रास निशान लगे चिह्नित हैंडपंप जिला पंचायत राज अधिकारी के माध्यम से हटवाए जाने हैं। फिलहाल नगर निकाय अकबरपुर यहां टैंकर लगाकर जलापूर्ति करा रहा है।
अकबरपुर तहसील के खानचंद्रपुर के मजरे यादव पुरवा व पाल पुरवा के पास क्रोमियम अर्से से डंप है। इसकी वजह से भूजल क्रोमियम प्रभावित हो गया है। यहां के लोगों को शुद्ध पेयजल मुहैया कराने को राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) व नेशनल मिशन फार ग्रीन गंगा बेहद गंभीर है। 14 अक्टूबर को एनजीटी के अधिकारी चंदन सिंह व जल निगम की टीम यहां पहुंची थी। यहां प्रदूषण नियंत्रण विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी भी थे। जल निगम ने 23 सितंबर को खानचंद्रपुर में लगे 22 हैंडपंप के पानी के नमूने लिए थे। यादव पुरवा व पाल पुरवा में लगे कुल सात हैंडपंप से अधिक पीला पानी निकलने पर इसमें क्रोमियम मानक से अधिक होने मानते हुए नमूना नहीं लिया गया था। कानपुर की एक निजी प्रयोगशाला में 22 पानी के नमूनों की जांच कराई गई। कुल 13 नमूनों में क्रोमियम की मात्रा प्रति लीटर पानी में लगभग 4.5 मिलीग्राम तक मिली। पीने के लिए सुरक्षित पानी में क्रोमियम की मानक मात्रा 0.05 मिलीग्राम प्रति लीटर होनी चाहिए। इस आधार पर जल निगम ने यादव पुरवा, पाल पुरवा के सात हैंडपंप तथा खानचंद्रपुर के क्रोमियम प्रभावित 13 हैंडपंपों पर लाल क्रास निशान लगवा दिया है। अब इन हैंडपंप हो हटाने (उखाड़ने) के लिए डीपीआरओ को लिखा पढ़ी की गई है। जल निगम के अधिशासी अभियंता एमके सिंह ने बताया कि क्रोमियम प्रभावित हैंडपंप डीपीआरओ के जरिए हटाए जाएंगे। लोगों को इन हैंडपंप का पानी प्रयोग नहीं कराने को जागरूक किया गया है। यहां रहने वाले 1726 लोगों को जलापूर्ति फिलहाल नगर पंचायत अकबरपुर टैंकर के लिए कर रहा है। पानी जांच में खर्च हुए 22 हजार रुपये
जल निगम ने हैंडपंप से लिए पानी नमूनों की जांच कानपुर की निजी क्षेत्र की प्रयोगशाला से कराई। कुल 22 नमूने संकलित कर परीक्षण के लिए भेजे गए थे। प्रति नमूना जांच के लिए निजी क्षेत्र की प्रयोगशाला ने एक हजार रुपये का शुल्क लिया। इस आधार पर जल निगम ने 22 हजार रुपये व्यय कर खानचंद्रपुर में पानी नमूनों की जांच कराई है।