स्मार्ट वॉच और फिटनेस बैंड बना युवाओं को फिट रखने का हथियार, इस तरह प्रयोग कर बना रहे सेहत Kanpur News
पल्स रेट नापकर शुरू करते मार्निंग वॉक शरीर के भार के अनुसार स्मार्ट वॉच बताती है कि किस गति से कितनी दूर तक है चलना।
कानपुर, जेएनएन। भागदौड़ भरी जिंदगी में युवा अपनी सेहत को लेकर सजग होते जा रहे हैं। पढ़ाई व विषयों से संबंधित प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाने के कारण उन्हें समय भले ही कम मिलता हो लेकिन वह अपने चेहरे की चमक बरकरार रखना नहीं भूलते। योग व व्यायाम के साथ कई युवा ऐसे हैं जो अपनी सेहत का पैमाना मापने के लिए स्मार्ट वॉच व फिटनेस बैंड का सहारा ले रहे हैं।
50 फीसद छात्र इस्तेमाल करते स्मार्ट वॉच व फिटनेस बैंड
छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय के फिजिकल एजुकेशन विभाग के निदेशक डॉ. आरपी सिंह की रिसर्च बताती है कि समय की कमी के कारण युवा पीढ़ी प्रकृति से दूर जरूर होती जा रही है लेकिन इसका समाधान भी उन्होंने तलाश लिया है। सुबह स्मार्ट वॉच के जरिये वह अपनी पल्स रेट के बारे में जानते हैं और उसके बाद शुरू होता है मॉर्निंग वाक का सिलसिला। वह चलने के दौरान अपने कदमों को भी गिनते हैं कि आज वह कितना चले। स्मार्ट वॉच बताती है कि उनके भार के अनुसार कितनी गति व कितनी देर तक चलना है। खेल से जुड़े युवा अपनी गति, क्षमता, लचीलापन, कॉर्डिनेटिव एबिलिटी व सहनशीलता बढ़ाने के लिए फिजिकल एक्सरसाइज चार्ट तैयार करते हैं। उन्होंने बताया, विवि में बैचलर ऑफ फिजिकल एजुकेशन व मास्टर ऑफ फिजिकल एजुकेशन के 150 छात्र हैं। इनमें 50 फीसद से अधिक स्मार्ट वॉच व फिटनेस बैंड का इस्तेमाल करते हैं। प्रो. सिंह ने बताया कि कई युवा अपने पूरे शरीर को फिट रखने के लिए जीतोड़ मेहनत कर रहे हैं। शाम को मैदान में वह वर्कआउट करने के लिए समय से पहले पहुंच जाते हैं।
मोटापा कम करने के लिए जिम जाने वालों की संख्या बढ़ी
ट्रेनर प्रभात पांडेय बताते हैं कि जिम में 70 फीसद युवा मोटापा कम करने के लिए आते हैं। उनके लिए एक्सरसाइज का स्वरूप भी बदला है, जबकि पहले बॉडी बनाने वालों की संख्या अधिक होती थी।
फिट रहने के लिए ये करें
-हृदय की मजबूती के लिए कार्डियो एक्सरसाइज करें
-वॉकिंग के साथ कुछ समय तक जॉगिंग जरूर करें
-स्ट्रेचिंग को भी नियमित समय दें
-रोजाना 40 मिनट से एक घंटे तक शरीर को समय दें