पैर रखते ही धसक गई बालू, गंगा नदी में समा गया किसान युवक, तलाश में जुटे ग्रामीण और गोताखोर
महाराजपुर के नरायनपुर गांव में कटरी के खेत पर मजूदरों को नाव से छोड़कर लौटते समय युवा किसान बालू के ढेर पर उतरने का प्रयास कर रहा था इसी बीच हादसा हो गया। ग्रामीण और गोताखोर गंगा नदी में उसकी तलाश कर रहे हैं।
कानपुर, जेएनएन। महाराजपुर के नरायनपुर गांव में खेती के लिए मजदूरों को छोड़कर नाव से लौट रहा किसान युवक बालू का ढेर धंसक जाने से गंगा नदी में डूब गया। हादसा देखकर ग्रामीणों ने गंगा नदी में उसकी तलाश शुरू की है, उनके साथ गोताखोर और नाविक भी जुटे हैं। घटना के बाद से घरवाले बदहवास हो गए हैं और गांव में मातम छा गया है।
महाराजपुर के नरायनपुर गांव निवासी किसान गंगा प्रसाद पासवान गंगा के उस पार रेती में खेती किए हुए हैं। गुरुवार सुबह लगभग आठ बजे गंगा प्रसाद का 20 वर्षीय बेटा शैलेन्द्र मजदूरों को नाव से छोड़ने गंगा पार गया था। लौटते समय शैलेन्द्र ने नाव किनारे लगाई और बालू के ढेर पर पैर रखकर ऊपर चढ़ने का प्रयास करने लगा। इस बीच बलूई मिट्टी का ढेर भरभराकर धंसक गया और शैलेन्द्र गंगा में समा गया। आसपास मौजूद लोगों ने उसे डूबता देखकर शोर मचाया।
जबतक लोग पहुंचते तबतक शैलेन्द्र गंगा में डूब गया था। ग्रामीणों ने नाविकों की मदद से गंगा में जाल डालकर और गोताखोरों की मदद से शैलेन्द्र की तलाश शुरू की लेकिन काफी देर तक कुछ पता नहीं चला। सूचना पर महाराजपुर थाने से पुलिस भी मौके पर पहुंच गई है। महाराजपुर थाना प्रभारी राघवेंद्र सिंह ने बताया कि बालू का ढेर धसने से युवक के डूबने की जानकारी हुई है, पुलिस युवक की तलाश में जुटी हुई है।
तीन दिन पहले भी हुआ था हादसा
नरायनपुर के बगल में पड़ने वाले सफीपुर घाट में बीते सोमवार को भी गंगा में डूबने से युवक की मौत हो गई थी। महाराजपुर कंधईखेड़ा निवासी दूध कारोबारी मटरू का बेटा आशू मूर्ति विसर्जन के दौरान पैर फिसलने से गंगा में डूब गया था। दो घंटे बाद आशू का शव निकाला जा सका था।